ऑनलाइन गेमिंग बिल पास होने के बाद BCCI ने फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनियों से दूरी बनाने का ऐलान किया
मुख्य तथ्य
- BCCI और Dream11 का करार आधिकारिक रूप से समाप्त हुआ।
- ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास होने के बाद लिया गया बड़ा फैसला।
- टीम इंडिया फिलहाल किसी स्पॉन्सर के बिना एशिया कप में खेलेगी।
- BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, भविष्य में ऐसी कंपनियों से साझेदारी नहीं होगी।
- BCCI जल्द ही नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू करेगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सोमवार को आधिकारिक रूप से ऐलान किया कि उसका Dream11 के साथ संबंध अब खत्म हो गया है। यह फैसला हाल ही में संसद में पास हुए Promotion and Regulation of Online Gaming Bill 2025 के बाद लिया गया। इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम आगामी एशिया कप 2025 में बिना किसी टाइटल स्पॉन्सर के मैदान पर उतरेगी।
BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बोर्ड अब भविष्य में किसी भी ऑनलाइन गेमिंग या फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनी के साथ साझेदारी नहीं करेगा। उनका कहना था, “BCCI और Dream11 का करार अब खत्म हो गया है। ऑनलाइन गेमिंग बिल पास होने के बाद हम भविष्य में ऐसी कंपनियों के साथ अनुबंध नहीं करेंगे।”
Dream11 का अचानक पीछे हटना
सूत्रों के मुताबिक, Dream11 के प्रतिनिधि हाल ही में मुंबई स्थित BCCI कार्यालय पहुंचे थे। वहां उन्होंने बोर्ड के CEO हेमांग अमीन को सूचित किया कि वे भारतीय टीम की स्पॉन्सरशिप आगे जारी नहीं रख पाएंगे। इसके बाद से ही टीम इंडिया आधिकारिक स्पॉन्सरशिप से खाली हो गई है।
BCCI का अगला कदम
इस घटनाक्रम के बाद BCCI ने साफ किया है कि वह जल्द ही नए स्पॉन्सर की तलाश शुरू करेगा। बोर्ड एक नया टेंडर जारी करने की तैयारी में है। उम्मीद जताई जा रही है कि बड़े ब्रांड्स इस टेंडर में दिलचस्पी दिखाएंगे, क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम दुनिया की सबसे लोकप्रिय खेल टीमों में से एक है और उसके साथ जुड़ना किसी भी ब्रांड के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
टीम इंडिया पर असर
एशिया कप में अब टीम इंडिया बिना आधिकारिक टाइटल स्पॉन्सर के खेलेगी। यह स्थिति शायद ही पहले कभी बनी हो जब इतने बड़े टूर्नामेंट से महज दो हफ्ते पहले टीम स्पॉन्सरशिप से वंचित हो। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय क्रिकेट की लोकप्रियता देखते हुए बहुत जल्द नए स्पॉन्सर की घोषणा हो सकती है।
बड़ा संदेश
BCCI का यह कदम इस बात का संकेत है कि भारतीय क्रिकेट प्रशासन अब अपनी छवि और ब्रांड वैल्यू को ध्यान में रखते हुए अनुबंध करेगा। ऑनलाइन गेमिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पर सरकार की सख्ती के बाद BCCI का यह निर्णय कहीं न कहीं इस नीति को और मजबूती प्रदान करता है।