ट्रम्प का दावा: “पाकिस्तान के 7 जेट मार गिराए गए थे”

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पाकिस्तान के 7 जेट मार गिराए गए थे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा– भारत-पाक संघर्ष में उनके दबाव से थमी जंग; दावा किया सात लड़ाकू विमान गिराए गए थे।


मुख्य तथ्य

  • ट्रम्प का नया दावा: भारत-पाक युद्ध उनके हस्तक्षेप से रुका
  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “पाकिस्तान के 7 जेट मार गिराए गए थे”
  • दावा किया कि उन्होंने व्यापार दबाव डालकर रोकी जंग
  • भारतीय वायुसेना प्रमुख ने पुष्टि की, पाकिस्तान के कम से कम 5 फाइटर जेट्स ढेर
  • ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकाने नष्ट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर बड़ा दावा किया है। इस बार ट्रम्प ने कहा है कि उनके हस्तक्षेप की वजह से दोनों देशों के बीच संभावित परमाणु युद्ध टल गया। ट्रम्प का दावा है कि उस समय “कम से कम सात लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे” और उन्होंने व्यापारिक दबाव बनाकर दोनों देशों को पीछे हटने पर मजबूर किया।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ट्रम्प ने कहा, मैंने इन सभी युद्धों को रोका है। एक बड़ा युद्ध भारत और पाकिस्तान का होता, जो परमाणु जंग में बदल सकता था। तब तक सात जेट गिराए जा चुके थे। मैंने कहा, अगर युद्ध नहीं रोका तो कोई व्यापार नहीं होगा। 24 घंटे में दोनों देश पीछे हटे।”

ट्रम्प इससे पहले भी कई बार इस संघर्ष में अपनी भूमिका का दावा कर चुके हैं। जुलाई में उन्होंने कहा था कि पांच फाइटर जेट्स मार गिराए गए थे, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया था कि किस पक्ष के विमान थे।

भारतीय वायुसेना का दावा

ट्रम्प के इस बयान के कुछ ही हफ्ते पहले भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पहली बार सार्वजनिक रूप से बताया था कि भारत ने कम से कम पांच पाकिस्तानी फाइटर जेट्स और एक बड़े निगरानी विमान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया था। उन्होंने कहा कि यह 300 किलोमीटर दूर किया गया सबसे बड़ा सतह से हवा में मार गिराने वाला हमला था।

वायुसेना प्रमुख ने विस्तार से बताया कि पाकिस्तान को कितनी बड़ी क्षति हुई। उनके मुताबिक, भारत ने मुरिद और चकला जैसे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, छह रडार सिस्टम, दो वायु रक्षा प्रणाली और तीन बड़े हैंगर को तबाह किया। इनमें से एक जैकबाबाद का F-16 हैंगर और भोलारी एयरबेस का हैंगर भी शामिल था।

ऑपरेशन सिंदूर और राजनीतिक इच्छाशक्ति

यह कार्रवाई 7 मई को पाहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल, जिसमें 26 लोग मारे गए थे) के जवाब में की गई थी। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया और 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया।

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस अभियान की सफलता के पीछे “स्पष्ट राजनीतिक इच्छाशक्ति” और तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बड़ी वजह रही। उन्होंने जोर देकर कहा कि उस समय सेनाओं को पूरी स्वतंत्रता दी गई थी और निर्णय लेने में कोई रोक-टोक नहीं थी।

ट्रम्प चाहे बार-बार खुद को इस संघर्ष का “शांतिदूत” बताने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन भारत लगातार यह कहता आया है कि उसने पाकिस्तान की आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देकर ही हालात संभाले थे।

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