वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मंच से लगे नारे, अमित शाह ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्य तथ्य
- दरभंगा पुलिस ने मोहम्मद रिज़वी नामक व्यक्ति को किया गिरफ्तार।
- राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कार्यक्रम में मंच से लगे नारे।
- वीडियो वायरल होने के बाद NDA नेताओं ने जताई कड़ी आपत्ति।
- अमित शाह ने कहा– प्रधानमंत्री पर गाली-गलौज लोकतंत्र पर दाग है।
- कांग्रेस नेता मोहम्मद नौशाद आलम के समर्थकों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन।
बिहार के दरभंगा जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पुलिस ने शुक्रवार को भोपुरा गांव निवासी मोहम्मद रिज़वी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि रिज़वी ने बुधवार को कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मंच से पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए।
यह घटना उस समय हुई जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दरभंगा के बिठौली गांव से यात्रा के दौरान गुज़रे। हालांकि राहुल गांधी या किसी अन्य विपक्षी नेता ने उस स्थान पर मंच से कोई भाषण नहीं दिया। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय कांग्रेस नेता मोहम्मद नौशाद आलम के समर्थकों ने किया था।
वीडियो वायरल, NDA का विरोध
पुलिस के अनुसार, रिज़वी ने कार्यक्रम में भीड़ जुटाने में अहम भूमिका निभाई थी और वही आलम की राजनीतिक गतिविधियों को देखता था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें मंच से पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे सुनाई दिए। यह वीडियो सामने आने के बाद सत्ताधारी एनडीए ने कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला।
अमित शाह का बयान
गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के खिलाफ गाली-गलौज करना न केवल निंदनीय है बल्कि लोकतंत्र पर भी कलंक है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की राजनीति अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।” शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस यह बर्दाश्त नहीं कर पा रही कि एक गरीब मां का बेटा लगातार 11 साल से प्रधानमंत्री पद पर बैठा है और देश को आगे ले जा रहा है।
कांग्रेस की आंतरिक खींचतान भी आई सामने
गौरतलब है कि जाले विधानसभा क्षेत्र से 2020 के चुनावों में कांग्रेस ने एम. उस्मानी को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें भाजपा के जीवेश मिश्रा ने हरा दिया था, जो वर्तमान में मंत्री हैं। इसी सीट से टिकट की उम्मीदवारी कर रहे नौशाद आलम का हाल ही में अपने ही पार्टी नेता उस्मानी और उनके समर्थकों से विवाद हो गया था। राहुल गांधी की यात्रा के दौरान इस शक्ति प्रदर्शन ने कांग्रेस की आंतरिक खींचतान को भी उजागर कर दिया।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वीडियो की सत्यता की भी पड़ताल की जा रही है। वहीं, राजनीतिक स्तर पर यह मुद्दा अब सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच एक नए टकराव का कारण बन गया है।