प्रमुख तथ्य
- उत्तरकाशी के चीनाकहोली क्षेत्र में टूटा पुल, बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर।
- यमुनोत्री क्षेत्र का स्याना छट्टी कस्बा पूरी तरह पानी में डूबा।
- गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई जगहों पर अवरुद्ध।
- मलारी हाईवे पर पुल बहा, नीति घाटी दूसरी बार कटा।
- ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर, 24 घंटे का बाढ़ अलर्ट।
उत्तराखंड इन दिनों मूसलधार बारिश की मार झेल रहा है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बरसात ने तबाही का नया सिलसिला शुरू कर दिया है। नदियां उफान पर हैं, पुल टूट गए हैं और कई कस्बे पानी में डूब चुके हैं। हालात ऐसे हैं कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रोजमर्रा का काम करने को मजबूर हैं।
सबसे चिंताजनक हालात उत्तरकाशी जिले के चीनाकहोली क्षेत्र से सामने आए हैं। यहां सात से अधिक गांवों के बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए टूटा और टेढ़ा पुल पार करना पड़ रहा है। पूर्व प्रधान महेश प्रसाद नौटियाल के मुताबिक, शनिवार को एक बच्चा पुल पर बह गया था, लेकिन गांववालों की मदद से उसकी जान बचाई जा सकी।
इसी तरह, उत्तरकाशी के यमुनोत्री क्षेत्र का स्याना छट्टी कस्बा फिर से यमुना नदी में डूब गया है। यहां मोटर ब्रिज तक पानी चढ़ गया और गढ़वाल मंडल विकास निगम का बंगला व एक स्कूल परिसर पूरी तरह जलमग्न हो गए। इससे स्थानीय लोग दहशत में हैं। हालात का जायजा लेने खुद जिलाधिकारी प्रशांत आर्या मौके पर पहुंचे।
सड़क संपर्क बुरी तरह बाधित हो चुका है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी जय प्रकाश सिंह पंवार ने पुष्टि की है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बंद है, जबकि गंगोत्री हाईवे भी धारासू बेंड और नेताल के पास अवरुद्ध पड़ा है।
इसी बीच, भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे भी फिर से टूट गया है। तमक नाला में आई अचानक बाढ़ ने एक मोटर ब्रिज बहा दिया, जिससे नीति घाटी दूसरी बार कट गई है। यह वही सड़क है, जिस पर कुछ ही दिन पहले भूस्खलन के कारण तीन दिन तक यातायात ठप रहा था। यह मार्ग स्थानीय ग्रामीणों, तीर्थयात्रियों और सेना-ITBP के जवानों के लिए बेहद अहम है।
ऋषिकेश में गंगा नदी ने भी कहर ढा रखा है। रविवार सुबह गंगा ने चेतावनी स्तर 339.50 मीटर पार कर लिया और दोपहर तक जलस्तर बढ़कर 340.40 मीटर तक पहुंच गया।
भारतीय मौसम विभाग के हाइड्रो-मैट डिवीजन ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग में अगले 24 घंटे का बाढ़ अलर्ट जारी किया है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।