भारत ने शुरुआती 5 मिनट में दो गोल दागे, लेकिन जापान की वापसी ने सुपर 4 से पहले टीम को सोचने पर मजबूर किया।
एशिया कप हॉकी में भारत ने रविवार को जापान को 3-2 से हराकर जीत दर्ज की। हालांकि यह जीत उतनी आसान नहीं रही, जितनी शुरुआत में लग रही थी। शुरुआती 5 मिनट में मिले दो गोलों के बावजूद जापान ने जोरदार वापसी की और भारत को सुपर 4 दौर से पहले अपनी कमजोरियों पर काम करने का संकेत दिया।
मुख्य तथ्य
- भारत ने जापान को 3-2 से हराया, लेकिन जीत आसान नहीं रही।
- पहले 5 मिनट में भारत ने दो गोल दागे।
- जापान ने लगातार काउंटर-अटैक से मैच को रोमांचक बनाए रखा।
- अभिषेक को मिला प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड।
- सुपर 4 से पहले भारत को फिनिशिंग और संयम पर काम करना होगा।
भारत ने एशिया कप हॉकी में जापान के खिलाफ जीत जरूर दर्ज की, लेकिन यह जीत टीम के लिए चेतावनी की तरह रही। क्रेग फुल्टन की टीम ने रविवार को जापान को 3-2 से मात दी, लेकिन प्रदर्शन ऐसा रहा जिसने खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
गर्माहट और दबाव में भारत की शुरुआत

दिल्ली जैसी उमस और जापान की तेज़ गति वाले खेल ने भारतीय टीम को पसीना-पसीना कर दिया। मैच का समय दोपहर 3 बजे का था, जब तापमान महसूस में 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा था। भारत ने हालांकि शुरुआत तूफानी की और पहले पांच मिनट में ही जापान को दो गोल दागकर हिला दिया।
चौथे मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने गेंद जर्मनप्रीत को पास की, जिसने सु्खजीत सिंह को आगे बढ़ाया। शानदार 3D स्किल्स का इस्तेमाल करते हुए सु्खजीत ने गेंद को कंट्रोल कर मंदीप सिंह को पास किया और मंदीप ने गोल कर भारत को बढ़त दिला दी। एक मिनट बाद शिलानंद लाकड़ा ने पेनल्टी कॉर्नर कमाया और कई प्रयासों के बाद हरमनप्रीत ने गोल कर भारत की बढ़त दोगुनी कर दी।
जापान की मजबूती और भारत की चुनौतियाँ
ऐसा लग रहा था कि भारत बड़े अंतर से जीत दर्ज करेगा, लेकिन जापान ने हार नहीं मानी। लगातार काउंटर-अटैक करते हुए जापानी खिलाड़ियों ने भारतीय डिफेंस को कई बार भेदने की कोशिश की।
भारत ने दूसरे क्वार्टर में कई मौके बनाए लेकिन फिनिशिंग की कमी साफ दिखाई दी। अभिषेक लंबी दौड़ के बाद गोल पर शॉट नहीं लगा सके, वहीं दिलप्रीत सिंह और हार्दिक के पास भी गोल में तब्दील नहीं हो सके। यही वजह रही कि जापान धीरे-धीरे मैच में लौट आया।
जीत के बावजूद सीख की जरूरत
भारत के लिए सबसे बड़ी सीख यह रही कि शुरुआती बढ़त के बाद भी टीम ढीली नहीं पड़ सकती। जापान की वापसी ने यह साबित किया कि एशिया कप में हर मैच कठिन होगा।
अभिषेक को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, लेकिन उन्होंने खुद भी माना कि टीम को और बेहतर करना होगा। सुपर 4 दौर से पहले भारत को खासकर फिनिशिंग टच और संयम पर काम करना होगा, ताकि विरोधी टीम वापसी न कर पाए।