ट्रंप की वापसी के बाद, OpenAI शोधकर्ता मिकी हैब्रिन ने छोड़ी अमेरिका

OpenAI की मिकी हैब्रिन ने बेटी की सुरक्षा और स्थिर जीवन के लिए अमेरिका छोड़ स्वीडन में बसने का फैसला किया। पूरी खबर पढ़ें।

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Miki Habryn with her wife Eden and daughter Steffi, who moved to Stockholm from San Francisco this summer.

OpenAI की रिसर्चर मिकी हैब्रिन (Miki Habryn) ने अमेरिका में अपना ड्रीम करियर छोड़ने का कठिन फैसला लिया। उन्होंने अपनी छह वर्षीय बेटी स्टीफी को सुरक्षित और स्थिर भविष्य देने के लिए परिवार संग स्टॉकहोम, स्वीडन में बसने का निर्णय किया।

मुख्य तथ्य

  • मिकी हैब्रिन ने OpenAI में अपनी हाई-प्रोफाइल नौकरी छोड़ी।
  • बेटी स्टीफी के भविष्य और स्थिर जीवन को प्राथमिकता दी।
  • राष्ट्रपति ट्रंप की वापसी से राजनीतिक माहौल में असुरक्षा महसूस हुई।
  • हैब्रिन प्रवासी और ट्रांसजेंडर होने के कारण खुद को दोहरी मार झेलता महसूस कर रही थीं।
  • परिवार ने स्टॉकहोम में घर खरीदकर स्थायी रूप से बसने का फैसला किया।

मिकी हैब्रिन, जो कभी अमेरिका के सिलिकॉन वैली में अपने सपनों की नौकरी कर रही थीं, आज अपनी बेटी और परिवार के लिए एक नई ज़िंदगी शुरू कर रही हैं। गूगल और OpenAI जैसे दिग्गज टेक कंपनियों में वर्षों काम करने के बाद भी उन्होंने अमेरिका छोड़ने का बड़ा फैसला लिया। वजह बनी – परिवार की सुरक्षा और बेटी स्टीफी का भविष्य।

अमेरिका छोड़ने का दर्दनाक फैसला

हैब्रिन बताती हैं कि ट्रंप की वापसी के बाद से उन्हें लगातार बेचैनी रहने लगी। मार्च की एक रात उन्होंने तय कर लिया कि अब और इंतजार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा,

“मैं जागकर सोच रही थी कि अब बहुत हुआ, यहां रहना जोखिम से भरा है। उसी दिन मेरी पत्नी ने भी यही फैसला लिया।”

उनकी चिंता की असली वजह उनकी “पहचान” भी थी। वह खुद प्रवासी और ट्रांसजेंडर हैं। उनका कहना है कि चुनाव अभियान के दौरान इन्हीं मुद्दों पर सबसे ज्यादा हमला हो रहा था और इसी ने उन्हें असुरक्षित महसूस कराया।

स्टॉकहोम में नई शुरुआत

सैन फ्रांसिस्को में आलीशान घर और छह-फिगर सैलरी वाली नौकरी छोड़ना आसान नहीं था। लेकिन हैब्रिन और उनकी पत्नी ईडन ने तय किया कि वे स्टीफी को एक सुरक्षित माहौल देंगे। परिवार ने स्टॉकहोम में नया घर खरीदा और वहीं लंबे समय तक बसने की योजना बनाई।

OpenAI में जीवन

OpenAI में रिसर्चर के तौर पर हैब्रिन का अनुभव रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने कहा,

“यह काम कठिन लेकिन बेहद रोमांचक था। मैंने लंबा समय टेक इंडस्ट्री में बिताया है और एआई ही मेरा पैशन है।”

फिर भी, नौकरी और करियर को पीछे छोड़ना उनके लिए आसान नहीं रहा। हैब्रिन इसे “शोक का समय” बताती हैं, क्योंकि लंबे समय से यही उनका सपना था।

भविष्य की प्राथमिकता – बेटी

हैब्रिन मानती हैं कि अगर बेटी स्टीफी न होती तो शायद वे अमेरिका छोड़ने का निर्णय न लेतीं। लेकिन उन्होंने साफ कहा कि अब उनकी प्राथमिकता एक स्थिर घर, स्कूल और सुरक्षित दिनचर्या है। परिवार चाहता है कि उन्हें बार-बार जगह न बदलनी पड़े और आने वाले 15–20 साल यहीं स्थायी जड़ें जमाई जाएं।

 

SOURCES:Fortune
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