मुख्य तथ्य
- रोहित शर्मा ने घटाए लगभग 20 किलो वजन।
- बीसीसीआई का नया ब्रॉन्को टेस्ट सफलतापूर्वक पास किया।
- रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने 1200 मीटर शटल रन 6 मिनट से कम समय में पूरा किया।
- टेस्ट पास करने से उनकी फिटनेस और सहनशक्ति सेलेक्टर्स को प्रभावित कर गई।
- आलोचनाओं के बीच रोहित ने अपनी फिटनेस से करारा जवाब दिया।
भारतीय क्रिकेट के हिटमैन रोहित शर्मा इन दिनों अपनी फिटनेस को लेकर सुर्खियों में हैं। लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने के बाद, उन्होंने बीसीसीआई का नया फिटनेस मानक ब्रॉन्को टेस्ट आसानी से पास कर यह साबित कर दिया कि वह वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
रोहित शर्मा ने लगभग 20 किलो वजन घटाकर सबको चौंका दिया है। 38 वर्षीय खिलाड़ी ने हाल ही में बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में टेस्ट पास किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने 1200 मीटर शटल रन को 6 मिनट से कम समय में पूरा किया, जो न्यूनतम बेंचमार्क से बेहतर है। भले ही आधिकारिक स्कोर सार्वजनिक नहीं किया गया, लेकिन कोचिंग स्टाफ उनकी फिटनेस और सहनशक्ति देखकर प्रभावित हुआ।
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया गया कि उनका यो-यो टेस्ट स्कोर 19.4 रहा, लेकिन बीसीसीआई ने आधिकारिक रूप से ब्रॉन्को टेस्ट का आंकड़ा जारी नहीं किया है। बावजूद इसके, यह उपलब्धि साफ़ बताती है कि रोहित अब मैच के दबाव को झेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ब्रॉन्को टेस्ट क्या है?
ब्रॉन्को टेस्ट फिटनेस का नया मानक है जिसे बीसीसीआई ने हाल ही में अपनाया है। यह लगातार शटल रन की एक कठिन एक्सरसाइज है जिसमें खिलाड़ी को 20 मीटर, 40 मीटर और 60 मीटर आउट-एंड-बैक दौड़ना होता है। एक सेट में 1200 मीटर की दूरी पांच बार लगातार पूरी करनी पड़ती है। लक्ष्य होता है इसे 6 मिनट के भीतर पूरा करना। यह टेस्ट खिलाड़ी की स्पीड, कार्डियोवैस्कुलर स्ट्रेंथ और रिकवरी क्षमता का मूल्यांकन करता है।
क्यों है यह बड़ी उपलब्धि?
ब्रॉन्को टेस्ट पास करना दर्शाता है कि रोहित शर्मा उच्चतम स्तर पर खेलने के लिए फिट हैं। आलोचकों ने हाल के महीनों में उनकी फिटनेस पर सवाल उठाए थे, लेकिन यह उपलब्धि उन सभी सवालों का जवाब है। 20 किलो वजन घटाना और इतना कठिन टेस्ट पास करना उनकी अनुशासन और समर्पण की गवाही देता है।
अब जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज नज़दीक है, फैन्स को उम्मीद है कि हिटमैन बल्ले से भी वही ताक़त दिखाएंगे जैसी उन्होंने अपनी फिटनेस में दिखाई है। उनकी यह फिटनेस ट्रांसफॉर्मेशन आने वाले बड़े टूर्नामेंट्स में भारत के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है।