पुलिस पर फायरिंग और गाड़ी चढ़ाने के आरोप, फरार विधायक की तलाश तेज
पंजाब आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पर गंभीर आरोपों के बीच मंगलवार को बड़ा ड्रामा देखने को मिला। पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद वह करनाल में पुलिस की गिरफ्त से भाग निकले। इस दौरान फायरिंग और पुलिसकर्मियों को घायल करने का भी मामला सामने आया है।
मुख्य तथ्य
- AAP विधायक पठानमाजरा रेप केस में गिरफ्तार किए गए थे।
- पुलिस हिरासत से भागते समय कथित तौर पर फायरिंग की और गाड़ी चढ़ाई।
- एक पुलिसकर्मी घायल, मौके से फॉर्च्यूनर ज़ब्त, स्कॉर्पियो से फरार होने की आशंका।
- FIR में रेप, धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोप शामिल।
- गिरफ्तारी से पहले फेसबुक लाइव में सरकार और दिल्ली नेतृत्व पर साधा था निशाना।
पंजाब की राजनीति में इन दिनों सबसे बड़ी चर्चा आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा को लेकर हो रही है। पटियाला की संौर सीट से विधायक पठानमाजरा को पुलिस ने हाल ही में रेप केस में गिरफ्तार किया था। लेकिन मंगलवार को करनाल में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जब वे पुलिस हिरासत से भाग निकले।
पुलिस पर फायरिंग और गाड़ी चढ़ाने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, जब पुलिस उन्हें स्थानीय थाने ले जा रही थी, तभी पठानमाजरा और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इतना ही नहीं, आरोप है कि उन्होंने भागते समय गाड़ी एक पुलिसकर्मी पर चढ़ा दी। घटनास्थल से एक फॉर्च्यूनर कार ज़ब्त की गई है, जबकि बताया जा रहा है कि वे स्कॉर्पियो SUV में फरार हुए। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
FIR में गंभीर आरोप
पठानमाजरा के खिलाफ एक ज़िरकपुर निवासी महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उनसे रिश्ता बनाया और 2021 में शादी की, जबकि वे पहले से विवाहित थे। महिला ने लगातार यौन शोषण, धमकियों और अश्लील सामग्री भेजने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई थी।
सरकार पर विधायक का हमला
गिरफ्तारी से पहले पठानमाजरा ने फेसबुक लाइव किया और अपनी ही पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली का नेतृत्व पंजाब में अवैध तरीके से हावी है और चुने हुए विधायकों की आवाज़ दबाई जा रही है। उनका कहना था कि FIRs और दबाव से उन्हें डराया नहीं जा सकता।
हाल ही में उन्होंने पंजाब विधानसभा में बाढ़ और नदियों की सफाई को लेकर सरकार और अफसरशाही पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने तंगड़ी नदी की सफाई और मज़बूती के लिए उनके बार-बार अनुरोध के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया।
सुरक्षा हटाने का आरोप
गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले पठानमाजरा ने दावा किया था कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है और उनके क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को ट्रांसफर कर दिया गया है। उनका कहना था कि उन्होंने पहले ही अपने सुरक्षाकर्मियों को बता दिया था कि उन्हें हटा दिया जाएगा। उन्होंने साफ कहा था कि दिल्ली का नेतृत्व उन्हें डराने की कोशिश कर रहा है लेकिन वे “अपनी जनता के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे।”