डिजिटल शो ग्राम चिकित्सालय में लीड किरदार निभाकर अभिनेता अमोल पाराशर ने न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता बल्कि इंडस्ट्री में अपनी छवि को भी नया आयाम दिया। शो की सफलता के बाद उन्होंने खुलासा किया कि लोगों की नज़र में उनकी काबिलियत और दायरा अब अलग तरीके से देखा जा रहा है।
मुख्य तथ्य
- ग्राम चिकित्सालय से अमोल पाराशर को बदली हुई पहचान और सराहना मिली।
- बड़े निर्देशकों जैसे जोया अख्तर, करण जौहर, अनुराग कश्यप और दिबाकर बनर्जी संग काम करने की ख्वाहिश जताई।
- प्रीमियर पर कोंकणा सेन शर्मा संग तस्वीरों पर उठी चर्चाओं पर दिया जवाब।
- एक्टर ने कहा, निजी जिंदगी पर चर्चाओं को लेकर अब वे सहज हो चुके हैं।
- शो की सफलता ने उनके करियर में नए अवसरों के दरवाजे खोले।
अभिनेता अमोल पाराशर का कहना है कि डिजिटल शो ग्राम चिकित्सालय उनके करियर में एक अहम मोड़ साबित हुआ है। इस शो के जरिए उन्होंने न केवल दर्शकों के बीच लोकप्रियता हासिल की, बल्कि इंडस्ट्री में भी उनकी छवि बदली। अमोल मानते हैं कि किसी कहानी को लीड करना बड़ी जिम्मेदारी होती है और जब आप उसे सफलतापूर्वक निभाते हैं, तो लोग आपको नए नजरिए से देखने लगते हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने सोचा था कि यह शो मेरी छवि बदल देगा और ऐसा हुआ भी। जब आप कहानी का चेहरा बनते हैं, तो आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अगर आप उसे अच्छे से निभाते हैं, तो लोग आपको और बड़े अवसरों के लिए योग्य मानने लगते हैं।”
हालांकि लंबे समय से इंडस्ट्री का हिस्सा होने के बावजूद, अमोल अब तक कई बड़े निर्देशकों के साथ काम नहीं कर पाए हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने जोया अख्तर, करण जौहर, अनुराग कश्यप, दिबाकर बनर्जी और विक्रमादित्य मोटवाने जैसे नामी फिल्मकारों के सेट पर अभी तक कदम नहीं रखा है। सिर्फ शुजीत सरकार के साथ उन्हें काम करने का मौका मिला है। “मैंने कभी सीधा पहुंचकर अनुरोध नहीं किया, क्योंकि मुझे लगता है कि वे मेरा काम जानते हैं और शायद सही समय पर खुद बुलाएँगे।”
शो के प्रीमियर के दौरान अमोल को कोंकणा सेन शर्मा के साथ देखा गया। मीडिया में उनकी तस्वीरें वायरल हुईं और कई लोगों ने इसे दोनों के रिश्ते को आधिकारिक मान लिया। इस पर अमोल ने कहा, “लोगों ने इसे आधिकारिक बना दिया, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। वहाँ मेरे परिवार और दोस्तों के साथ भी तस्वीरें थीं, लेकिन यह फोटो सबसे ज्यादा फैली। मुझे इस पर कोई शिकायत नहीं है।”
उन्होंने आगे बताया कि इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने उन्हें सलाह दी है कि जैसे-जैसे उनका करियर और प्रसिद्धि बढ़ेगी, वैसे-वैसे उनकी निजी जिंदगी पर भी सवाल उठेंगे। अमोल मानते हैं कि उन्हें इस स्थिति से सहज होना सीखना होगा। “शायद डर यह रहता है कि कहीं रिश्ते मेरी पूरी पर्सनैलिटी का हिस्सा न बन जाएं। लेकिन अब मैंने खुद को इसके लिए तैयार कर लिया है।”
ग्राम चिकित्सालय की सफलता ने अमोल पाराशर को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। वे मानते हैं कि अब सही प्रोजेक्ट चुनना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है।