मुख्य तथ्य
- इंग्लैंड ने तीसरे वनडे में 414/5 का विशाल स्कोर खड़ा किया।
- जैकब बेथेल (110) और जो रूट (100) ने शतक जड़े।
- दक्षिण अफ्रीका मात्र 20.5 ओवर में 72 रन पर सिमट गया।
- इंग्लैंड ने 342 रनों से जीत दर्ज कर भारत का रिकॉर्ड तोड़ा।
- जोफ्रा आर्चर ने 4 विकेट झटके और बने मैन ऑफ द मैच।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें वनडे क्रिकेट का सबसे खतरनाक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। रोज़ बाउल, साउथेम्प्टन में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 342 रनों से हराकर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर दिया। यह जीत वनडे इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी जीत है, जिसने 2023 में भारत द्वारा श्रीलंका को 317 रनों से हराने का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 50 ओवर में 414 रन बनाए। टीम के युवा बल्लेबाज जैकब बेथेल ने शानदार 110 रन ठोके, जबकि अनुभवी जो रूट ने भी 100 रनों की दमदार पारी खेली। इसके अलावा इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाजों ने भी तेज़ी से रन बनाए और टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
इतने बड़े लक्ष्य के सामने दक्षिण अफ्रीका की टीम शुरुआत से ही दबाव में दिखी। इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने शुरूआती झटके दिए और पारी को उखाड़ फेंका। आर्चर ने केवल 18 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। उनके साथ आदिल राशिद ने 3 विकेट और ब्रायडन कार्स ने 2 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी लाइन-अप को ध्वस्त कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम मात्र 20.5 ओवर में 72 रन पर ढेर हो गई। यह उनके वनडे इतिहास की सबसे बड़ी हार साबित हुई। इससे पहले, अगस्त 2025 में ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें 276 रनों से हराया था। यह हार दर्शाती है कि दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी गहराई इंग्लैंड की धारदार गेंदबाजी के सामने बिल्कुल टिक नहीं पाई।
मैच के बाद जोफ्रा आर्चर को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा, “मैदान पर उतरने से पहले ही पता था कि 300 से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा। मैंने सिर्फ लाइन-लेंथ पर ध्यान दिया और पिच पर गेंद को हिट किया। तीन लगातार मैच खेलना मेरे लिए खास है और इसका आनंद लिया।”
इस जीत के साथ इंग्लैंड ने न सिर्फ रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया बल्कि यह संदेश भी दिया कि सही दिन पर यह टीम किसी भी विपक्षी को पूरी तरह हरा सकती है।