ट्रम्प का ऐलान: रूस की अर्थव्यवस्था को ‘ध्वस्त’ करने की योजना

Rahul Balodi
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ट्रंप की रूस पर आर्थिक प्रहार की चेतावनी

मुख्य तथ्य

  • रूस के हमले में कीव के सरकारी भवन पर मिसाइल गिरने से कम से कम 4 लोगों की मौत।
  • ट्रंप ने कहा, अमेरिका-यूरोप मिलकर रूस की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त कर सकते हैं।
  • अमेरिकी ट्रेज़री सचिव ने कहा, रूस समन्वित पश्चिमी प्रतिबंधों को झेल नहीं पाएगा।
  • यूरोपीय नेताओं ने हमले को “कायराना” करार दिया, मैक्रों ने मदद का वादा किया।
  • रूस अब तक यूक्रेन के 20% हिस्से पर कब्जा कर चुका है।

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। रविवार को रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें दर्जनों मिसाइलें और ड्रोन शामिल थे। इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई और यूक्रेन की कैबिनेट ऑफ मिनिस्टर्स बिल्डिंग समेत कई ऊंची इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। घायलों में एक गर्भवती महिला भी शामिल थीं, जिन्होंने हमले के बाद समय से पहले बच्चे को जन्म दिया।

यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्विरिडेंको ने इस हमले को “जानबूझकर किया गया अपराध” बताया। उन्होंने कहा कि इमारतों को दोबारा बनाया जा सकता है, लेकिन खोई हुई ज़िंदगियां वापस नहीं मिलेंगी। वहीं, राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने संबोधन में कहा कि रूस पूरी दुनिया की परीक्षा ले रहा है।

हमले के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह रूस पर प्रतिबंधों के “फेज़-टू” को लागू करने के लिए तैयार हैं। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका और यूरोपीय संघ मिलकर द्वितीयक टैरिफ और अतिरिक्त प्रतिबंध लगाते हैं, तो रूस की अर्थव्यवस्था “पूरी तरह से ढह जाएगी” और इससे राष्ट्रपति पुतिन को बातचीत की मेज़ पर लाना आसान होगा।

अमेरिकी ट्रेज़री सचिव स्कॉट बेसेंट ने भी एनबीसी को दिए इंटरव्यू में इस रणनीति को मजबूत करते हुए कहा कि रूस पश्चिमी देशों के इस संयुक्त आर्थिक प्रहार को झेल नहीं पाएगा। उन्होंने खुलासा किया कि ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने हाल ही में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ संभावित विकल्पों पर बातचीत की है।

यूरोप के कई देशों ने संकेत दिया है कि वे भविष्य में शांति समझौते की निगरानी के लिए यूक्रेन में सैनिक भेजने पर विचार कर सकते हैं। यह कदम रूस के लिए “रेड लाइन” माना जा रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी भी पश्चिमी सैनिक ने युद्धक्षेत्र में कदम रखा, तो उसे वैध लक्ष्य माना जाएगा।

फिलहाल, रूस पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में आक्रामक अभियानों को जारी रखे हुए है और अब तक लगभग 20 प्रतिशत क्षेत्र पर कब्जा कर चुका है। इस युद्ध ने लाखों लोगों को विस्थापित कर दिया है और दसियों हज़ार जिंदगियां ले ली हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “दुनिया चुप नहीं रह सकती जब एक आतंकी देश हर दिन इंसानों और जानवरों की जान ले रहा है।”

ट्रंप की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब यूरोप और अमेरिका दोनों पर यह दबाव बढ़ रहा है कि वे रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। अब देखना यह होगा कि क्या वास्तव में संयुक्त आर्थिक प्रतिबंध रूस की अर्थव्यवस्था को ‘ध्वस्त’ कर पाएंगे या पुतिन एक बार फिर वैश्विक दबाव से बच निकलेंगे।

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