महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कोलाबा स्थित नौसेना नगर में गणेश विसर्जन के दिन एक अज्ञात व्यक्ति खुद को नौसेना अधिकारी बताकर अग्निवीर सिपाही से राइफल और गोला-बारूद लेकर फरार हो गया। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्य तथ्य
- घटना 6 सितंबर को कोलाबा स्थित नौसेना नगर में घटी।
- अज्ञात शख्स ने खुद को नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया टीम (QRT) का सदस्य बताया।
- 20 वर्षीय अग्निवीर से इंसास राइफल और 40 गोलियां ले भागा।
- घटना का खुलासा तब हुआ जब अग्निवीर घड़ी लेने वापस लौटा।
- ATS, क्राइम ब्रांच, NIA और नौसेना अधिकारी जांच में जुटे।
मुंबई के कोलाबा स्थित नौसेना नगर में 6 सितंबर को गणेश विसर्जन के दौरान सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई। शाम करीब साढ़े 7 बजे नौसेना नगर के एपी टावर रडार पर अग्निवीर सिपाही आलोक कौशल किशोर सिंह (20) संतरी ड्यूटी पर तैनात थे। तभी एक अज्ञात व्यक्ति उनके पास आया और खुद को नौसेना की क्विक रिएक्शन टीम (QRT) का सदस्य बताते हुए कहा कि वह अगली शिफ्ट के लिए ड्यूटी संभालने आया है।
आलोक ने उस शख्स की बातों पर भरोसा कर अपनी इंसास राइफल और 40 गोलियां उसे सौंप दीं और अपने हॉस्टल लौट गए। लेकिन कुछ देर बाद जब आलोक को याद आया कि उसकी घड़ी रडार पर छूट गई है, तो वह वापस पहुंचे। वहां जाकर उन्होंने देखा कि वह व्यक्ति और हथियार दोनों गायब हैं।
करीब तीन घंटे तक आलोक ने खुद उस शख्स को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहने पर उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। नौसेना ने तत्काल इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया और फिर पुलिस को भी सूचित किया गया।
इस घटना ने नौसेना की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इतनी सख्त सुरक्षा वाले क्षेत्र से इस तरह हथियार गायब होना चौंकाने वाला है। घटना के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच, एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और नौसेना की टीमें मिलकर आरोपी की तलाश में जुटी हैं। इलाके के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2) (चोरी) के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल, आरोपी की पहचान और मकसद का पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।