रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने 10 सितंबर को आधिकारिक तौर पर ‘रिलायंस इंटेलिजेंस’ नामक नई सहायक कंपनी की शुरुआत की है। कंपनी का उद्देश्य भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में विश्व पटल पर नई ऊँचाइयों तक पहुंचाना है।
मुख्य तथ्य
- 10 सितंबर को MCA से ‘रिलायंस इंटेलिजेंस’ को मिला निगम पंजीकरण।
- कंपनी 100% रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक इकाई होगी।
- स्टॉक मार्केट बंद होने के बाद की गई घोषणा; RIL शेयर ₹1377.50 पर बंद।
- गूगल और मेटा के साथ एआई-आधारित साझेदारी की योजना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और छोटे व्यवसायों में एआई सेवाएं लाने का लक्ष्य।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने 10 सितंबर को घोषणा की कि उसने ‘रिलायंस इंटेलिजेंस’ नामक एक नई सहायक कंपनी को निगमित कर लिया है। यह कंपनी पूरी तरह से रिलायंस के स्वामित्व में होगी और इसे कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय (MCA) से पंजीकरण प्रमाणपत्र प्राप्त हो गया है।
यह ऐलान बाजार बंद होने के तुरंत बाद किया गया। उस दिन RIL का शेयर ₹1377.50 पर हरे निशान के साथ बंद हुआ। अब बाजार में 11 सितंबर को इस स्टॉक पर निवेशकों की नज़रें टिकी रहेंगी।
इससे पहले 29 अगस्त को हुए वार्षिक आम बैठक (AGM) में मुकेश अंबानी ने ‘रिलायंस इंटेलिजेंस’ की रूपरेखा साझा की थी। उनका लक्ष्य है रिलायंस को सिर्फ ऊर्जा, खुदरा और टेलीकॉम कंपनी तक सीमित न रखते हुए एक डीप-टेक एंटरप्राइज के रूप में स्थापित करना।
कंपनी ने चार प्रमुख मिशनों की घोषणा की है:
- जामनगर में गीगावॉट-स्तरीय एआई रेडी डाटा सेंटर स्थापित करना।
- प्रमुख टेक कंपनियों और ओपन-सोर्स कम्युनिटीज के साथ गठजोड़ करना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और लघु व्यवसायों में एआई सेवाओं का विस्तार।
- विश्व-स्तरीय एआई प्रतिभाओं को भारत लाना।
रिलायंस इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सिलिकॉन वैली की बड़ी कंपनियों से हाथ मिला रहा है। गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, “भारत में एआई का अवसर असाधारण है। यह छोटे किराना स्टोर्स से लेकर बड़े उद्योगों तक हर क्षेत्र को बदल देगा।” गूगल और रिलायंस मिलकर जामनगर क्लाउड रीजन विकसित करेंगे।
इसके साथ ही रिलायंस मेटा के साथ भी संयुक्त उद्यम बना रहा है, जिसके जरिए भारतीय व्यवसायों और सरकारी संस्थाओं के लिए सुरक्षित, एंटरप्राइज-रेडी एआई प्लेटफॉर्म तैयार किए जाएंगे। मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने इसे भारत में ओपन-सोर्स एआई के लिए नया मॉडल बताया।
मुकेश अंबानी ने कहा, “जियो ने हर भारतीय तक डिजिटल पहुंचाया था, अब रिलायंस इंटेलिजेंस हर भारतीय तक एआई पहुंचाएगा।”