प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर से मिजोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे करीब 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और कई महत्वपूर्ण उद्घाटन करेंगे। मिजोरम में पहली बार रेलवे कनेक्टिविटी मिलने जा रही है, जबकि बिहार में 36,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की सौगात दी
मुख्य तथ्य
- मिजोरम में ₹9000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन।
- मणिपुर में ₹7,300 करोड़ से अधिक की योजनाओं की सौगात।
- असम में ₹18,530 करोड़ से अधिक के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स।
- पश्चिम बंगाल में कोलकाता में 16वां कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस।
- बिहार में ₹36,000 करोड़ की परियोजनाएं और राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर से पूर्वोत्तर और पूर्व भारत के दौरे पर रहेंगे। तीन दिनों के इस दौरे में वे मिजोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार को विकास की बड़ी सौगात देंगे।
मिजोरम की सौगात
दौरे की शुरुआत मिजोरम से होगी। यहां पीएम मोदी ऐजोल में करीब ₹9000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसमें सबसे अहम है बैराबी–सैरांग नई रेल लाइन, जिसकी लागत ₹8070 करोड़ है। इससे पहली बार मिजोरम की राजधानी भारतीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगी। इसके साथ ही पीएम मोदी तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों—सैरांग- दिल्ली राजधानी, सैरांग-गुवाहाटी और सैरांग-कोलकाता—को हरी झंडी दिखाएंगे।
इसके अलावा ऐजोल बाईपास रोड (₹500 करोड़) और चिमतुयीपुई नदी पर पुल जैसी परियोजनाओं का भी शिलान्यास होगा। खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए “खेलो इंडिया मल्टीपर्पज इनडोर हॉल” की आधारशिला भी रखी जाएगी।
मणिपुर का कार्यक्रम
मणिपुर में पीएम मोदी का यह दौरा खास है क्योंकि मई 2023 में शुरू हुई हिंसा के बाद यह उनकी पहली यात्रा होगी। चुराचांदपुर में वे ₹7300 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें मणिपुर अर्बन रोड्स प्रोजेक्ट और पांच नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट शामिल हैं।
इंफाल में प्रधानमंत्री ₹1200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें नया पुलिस मुख्यालय, मणिपुर भवन (दिल्ली व कोलकाता), सिविल सचिवालय और महिला संचालित “इमा मार्केट्स” शामिल हैं।
असम और भूपेन हज़ारिका जयंती
13 सितंबर को पीएम मोदी गुवाहाटी में भारत रत्न भूपेन हज़ारिका की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे। अगले दिन, 14 सितंबर को, वे असम में ₹18,530 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे, जिनमें दरांग और गोलाघाट के बड़े औद्योगिक व ऊर्जा प्रोजेक्ट शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा
15 सितंबर को प्रधानमंत्री कोलकाता में 16वां “कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस-2025” का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे बिहार पहुंचेंगे, जहां पूर्णिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और ₹36,000 करोड़ की योजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
बिहार में राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना किसानों के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके अलावा भागलपुर में ₹25,000 करोड़ का 3×800 मेगावाट थर्मल पावर प्रोजेक्ट और पूर्णिया में अत्याधुनिक “सेक्स सॉर्टेड सीमेन फैसिलिटी” का भी उद्घाटन होगा, जो पूर्वी भारत की पहली ऐसी सुविधा होगी।
पीएम मोदी का यह दौरा न केवल पूर्वोत्तर बल्कि पूरे पूर्व भारत के विकास के लिहाज से मील का पत्थर साबित हो सकता है।