मुख्य तथ्य
- इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को 146 रनों से हराकर सीरीज़ 1-1 से बराबर की।
- फिल सॉल्ट ने 142* रन (8 छक्के, 15 चौके) की नाबाद पारी खेली।
- इंग्लैंड ने 9 ओवर में 150 और सिर्फ 12.1 ओवर में 200 रन बना डाले।
- यह पहला मौका है जब किसी फुल-मेंबर टीम ने 300+ रन बनाए।
- तीसरा और निर्णायक टी20I मैच 14 सितंबर को नॉटिंघम में खेला जाएगा।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने टी20 इंटरनेशनल के इतिहास में नया अध्याय लिख दिया है। मैनचेस्टर में खेले गए दूसरे टी20I में इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को एकतरफा मुकाबले में 146 रनों से हराकर सीरीज़ 1-1 से बराबर कर दी। इस मैच में इंग्लैंड ने न सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम किए।
मैच की सबसे बड़ी आकर्षण फिल सॉल्ट की तूफानी पारी रही। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने महज़ 60 गेंदों में नाबाद 142 रन ठोक डाले, जिसमें 15 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। सॉल्ट का स्ट्राइक रेट 235 से भी अधिक रहा। उनके साथ पारी की शुरुआत करने वाले जोस बटलर ने भी 30 गेंदों में 83 रन बनाए। दोनों ने केवल 7.5 ओवरों में पहले विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी की और साउथ अफ्रीकी गेंदबाज़ों को बैकफुट पर धकेल दिया।
इंग्लैंड की पारी की रफ्तार का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टीम ने 9 ओवर में ही 150 रन पूरे कर लिए थे। 12.1 ओवर में स्कोर 200 पार कर गया और अगले 4.1 ओवर में टीम ने 250 रन भी बना डाले। अंततः निर्धारित 20 ओवर में इंग्लैंड ने 304 रन का पहाड़ खड़ा कर दिया।
साउथ अफ्रीका की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए कभी भी मुकाबले में नहीं दिखी। वे 158 रन पर ही ढेर हो गए और इंग्लैंड ने 146 रनों की ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया – यह पहली बार हुआ जब किसी फुल-मेंबर ने किसी दूसरी फुल-मेंबर टीम के खिलाफ 300+ रन बनाए।
गौरतलब है कि इससे पहले भारत के नाम सबसे बड़ा स्कोर था, जब उन्होंने 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ 297 रन बनाए थे। वहीं, ज़िम्बाब्वे (344 बनाम गाम्बिया) और नेपाल (314 बनाम मंगोलिया) ने भी 300+ स्कोर बनाए थे, लेकिन ये मुकाबले एसोसिएट नेशंस के खिलाफ थे।
अब निगाहें नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेले जाने वाले तीसरे और आखिरी टी20I पर होंगी। यह मैच सीरीज़ का फ़ैसला करेगा और जो भी टीम जीतेगी, वह 2-1 से खिताब अपने नाम करेगी।