भारत-पाकिस्तान एशिया कप मुकाबले से जुड़ा ‘नो-हैंडशेक’ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने साफ कहा कि अगर उन्हें माफी नहीं मिलती, तो वे टूर्नामेंट से बाहर होने पर विचार कर रहे थे। अब इस मामले में आईसीसी मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांग ली है।
मुख्य तथ्य
- भारत-पाकिस्तान मैच में ‘नो-हैंडशेक’ विवाद पर PCB ने जताई कड़ी आपत्ति।
- PCB चीफ मोहसिन नक़वी ने कहा, बहिष्कार तक की नौबत आ सकती थी।
- पूर्व चेयरमैन नजम सेठी बोले, पाइक्रॉफ्ट ने मांगी माफी, क्रिकेट जीता।
- रमीज़ राजा ने सूर्यकुमार यादव की टिप्पणी को बताया सबसे आपत्तिजनक।
- PCB ने ICC से निष्पक्ष जांच की मांग की, ताकि विवाद दोबारा न हो।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले अक्सर मैदान के बाहर भी सुर्खियों में रहते हैं। एशिया कप के दौरान ‘नो-हैंडशेक’ विवाद ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इसे खेल की भावना के खिलाफ बताया और कहा कि क्रिकेट को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।
PCB प्रमुख मोहसिन नक़वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि मामला इतना गंभीर था कि टीम को टूर्नामेंट से बाहर करने पर भी विचार किया गया। उन्होंने कहा, “बहिष्कार एक बहुत बड़ा फैसला होता, इसमें प्रधानमंत्री और सरकारी अधिकारियों की राय भी शामिल थी। हम लगातार स्थिति पर नज़र रख रहे थे।”
पूर्व चेयरमैन नजम सेठी ने बताया कि आखिरकार आईसीसी मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांग ली। उनके मुताबिक, “हमने राजनीति नहीं खेली, लेकिन सामने से ऐसा हुआ। अब जबकि रेफरी ने माफी मांग ली है, तो क्रिकेट की जीत हुई है। दुनिया हमारी बात समझ रही है।”
वहीं, पूर्व कप्तान और कमेंटेटर रमीज़ राजा ने सबसे ज्यादा आपत्ति भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव की पोस्ट-मैच टिप्पणी पर जताई। उन्होंने कहा, “भावनाएं चरम पर थीं, लेकिन हमें भावनात्मक फैसले से बचना था। मेरी सबसे बड़ी आपत्ति सूर्य की टिप्पणी पर थी। इसके अलावा रेफरी का भारत से जुड़े मैचों में बार-बार होना भी पक्षपात जैसा लगता है। क्रिकेट एक न्यूट्रल प्लेटफॉर्म होना चाहिए।”
पीसीबी ने यह भी साफ किया कि आईसीसी से औपचारिक जांच की मांग की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसे विवाद दोहराए न जाएं। क्रिकेट प्रेमियों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान मैच का रोमांच मैदान तक ही सीमित रहना चाहिए, न कि विवादों और राजनीति में उलझना चाहिए।


