मुख्य तथ्य
- आईसीसी ने वर्चुअल मीटिंग में यूएसए क्रिकेट बोर्ड को निलंबित किया।
- 2026 टी20 वर्ल्ड कप में टीम की भागीदारी पर कोई असर नहीं होगा।
- जुलाई 2024 से बोर्ड पर शासन और चुनावी सुधार लागू करने का दबाव था।
- लॉस एंजेलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट शामिल करने की तैयारियों के तहत कदम।
- बोर्ड और ACE (अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइज) के बीच विवाद ने हालात और बिगाड़े।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अमेरिका क्रिकेट (USAC) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह फैसला मंगलवार को हुई आईसीसी बोर्ड की वर्चुअल बैठक में लिया गया। यूएसए क्रिकेट पर शासन और पारदर्शी चुनाव कराने की जिम्मेदारी निभाने में लगातार विफल रहने का आरोप था।
हालांकि, राहत की बात यह है कि यूएसए टीम फरवरी 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खेलना जारी रखेगी। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेज़बानी में होगा, और इसमें टीम सीधे आईसीसी की निगरानी में हिस्सा लेगी।
दरअसल, जुलाई 2024 से ही आईसीसी ने यूएसए क्रिकेट बोर्ड को चेतावनी दी थी। बोर्ड को तीन महीनों के भीतर चुनाव कराने और व्यापक प्रशासनिक सुधार लागू करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन समय सीमा पूरी होने के बावजूद यह कदम नहीं उठाए गए। इसके बाद आईसीसी ने सख्ती दिखाते हुए सस्पेंशन का रास्ता चुना।
आईसीसी के इस फैसले का एक बड़ा कारण अमेरिका में क्रिकेट के भविष्य को सुरक्षित करना भी है। क्रिकेट को लॉस एंजेलिस 2028 ओलंपिक में शामिल करने की तैयारी चल रही है, और इसके लिए यूएसए क्रिकेट का मजबूत और मान्यता प्राप्त नेशनल गवर्निंग बॉडी (NGB) होना अनिवार्य है। इसी दिशा में आईसीसी ने छह चरणों वाली रोडमैप तैयार किया है। इसमें बोर्ड के मौजूदा पदाधिकारियों का इस्तीफा, स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति और संविधान की समीक्षा शामिल है।
हाल ही में आईसीसी की नॉर्मलाइजेशन कमेटी, जिसकी अगुवाई जय शाह कर रहे हैं, ने यूएसए क्रिकेट अध्यक्ष वेनु पिसिके और सीईओ जोनाथन एटकिसन से मुलाकात भी की थी। इस दौरान बोर्ड को सुधार लागू करने की ठोस योजना दी गई थी। लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं आए।
इस बीच, यूएसए क्रिकेट और उसके पूर्व व्यावसायिक साझेदार अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइज (ACE) के बीच विवाद भी गहराता गया। ACE ही मेजर लीग और माइनर लीग क्रिकेट का संचालन करता है। दोनों के बीच हुए करार को रद्द करने के बाद कानूनी झगड़े भी शुरू हो गए।
खिलाड़ियों पर इसका सीधा असर पड़ा है। टीम के खिलाड़ी और पूर्व न्यूज़ीलैंड ऑलराउंडर कोरी एंडरसन, जो अब यूएसए क्रिकेटर्स एसोसिएशन के ऑपरेशनल डायरेक्टर भी हैं, ने कहा कि बार-बार हो रहे विवाद और अनिश्चित माहौल ने खिलाड़ियों के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कुल मिलाकर, आईसीसी का यह फैसला अमेरिका में क्रिकेट प्रशासन को पटरी पर लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब देखना होगा कि यूएसए क्रिकेट किस तरह इस चुनौती से निकलकर आने वाले समय में अपनी स्थिति मजबूत करता है।


