साइबर अटैक से जूझ रही Jaguar Land Rover, बीमा न होने से बढ़ी मुश्किलें

हैकिंग के कारण फैक्ट्री बंद, सरकार आपूर्ति श्रृंखला बचाने पर कर रही विचार

newsdaynight
3 Min Read
Jaguar Land Rover साइबर अटैक: बीमा न होने से भारी नुकसान

ब्रिटेन की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी Jaguar Land Rover (JLR) हाल ही में बड़े साइबर अटैक का शिकार बनी है। बीमा कवर न होने के कारण कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इस बीच सरकार सप्लाई चेन और लाखों नौकरियों को बचाने के विकल्प तलाश रही है।

मुख्य तथ्य

  • JLR साइबर इंश्योरेंस पर बातचीत कर रही थी लेकिन डील फाइनल नहीं हो सकी।
  • हैकिंग से फैक्ट्री उत्पादन एक महीने तक बंद रहने का अनुमान।
  • नुकसान सैकड़ों मिलियन पाउंड तक पहुंच सकता है।
  • सरकार सप्लाई चेन और 2 लाख नौकरियों को बचाने के उपाय खोज रही।
  • मार्क्स एंड स्पेंसर जैसी कंपनियों को बीमा से बड़ा राहत पैकेज मिला था।

ब्रिटेन की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Jaguar Land Rover (JLR) साइबर हमले के कारण गंभीर संकट में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने साइबर इंश्योरेंस पर बातचीत तो शुरू की थी, लेकिन हैकिंग से पहले बीमा डील को अंतिम रूप नहीं दे पाई। नतीजतन, कंपनी को पूरा खर्च खुद ही उठाना पड़ सकता है।

विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साइबर अटैक से कंपनी को सैकड़ों मिलियन पाउंड का नुकसान होगा। फैक्ट्रियों का वैश्विक स्तर पर उत्पादन ठप हो चुका है और कम से कम एक महीने तक यह बंद रहने की आशंका जताई जा रही है। इसकी तुलना में, खुदरा दिग्गज Marks and Spencer ने अप्रैल में जब साइबर अटैक झेला था, तो उसके £300 मिलियन के अनुमानित नुकसान को बीमा से काफी हद तक कवर कर लिया गया था।

Jaguar Land Rover साइबर अटैक: बीमा न होने से भारी नुकसान
Jaguar Land Rover साइबर अटैक: बीमा न होने से भारी नुकसान

JLR के मामले ने सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिटिश सरकार सप्लाई चेन और उसमें काम कर रहे करीब 2 लाख कर्मचारियों की सुरक्षा के उपाय तलाश रही है। एक प्रस्ताव यह है कि सरकार अस्थायी रूप से ऑटो पार्ट्स खरीदे और बाद में इन्हें JLR को बेच दे। इससे करदाताओं पर सीधा बोझ नहीं पड़ेगा, लेकिन सप्लायर कंपनियां टिक सकेंगी।

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के “जस्ट-इन-टाइम” मॉडल की वजह से JLR की प्रोडक्शन रोकते ही कई सप्लायर फैक्ट्रियां भी बंद करनी पड़ीं। उद्योग सूत्रों के मुताबिक, करीब 25% सप्लायर पहले ही उत्पादन रोक चुके हैं और कई कर्मचारियों को अस्थायी छुट्टी पर भेज दिया गया है। यूनियनों ने कोविड-19 जैसी फर्लो स्कीम की मांग की है, लेकिन सरकार ने अभी तक ऐसी किसी योजना पर हामी नहीं भरी है।

इस बीच, ब्रिटेन के उद्योग मंत्री क्रिस मैकडोनाल्ड ने दौरे के दौरान भरोसा जताया कि JLR इस संकट से बाहर निकलेगा। उन्होंने कहा, यह हमला ब्रिटिश उद्योग पर सीधा आघात है और इसे एक चेतावनी की तरह देखना चाहिए।” JLR ने फिलहाल किसी भी वाणिज्यिक मसले पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।

 

Share This Article
Leave a Comment