दुनिया की सबसे बड़ी फूड कंपनी Nestlé बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। नई CEO फिलिप नाव्रातिल (Philipp Navratil) ने कंपनी के बदलाव अभियान के तहत 16,000 नौकरियों को खत्म करने की घोषणा की है। इसमें 12,000 व्हाइट-कॉलर और 4,000 मैन्युफैक्चरिंग व सप्लाई चेन से जुड़े कर्मचारी शामिल होंगे।
मुख्य तथ्य
- Nestlé दो वर्षों में अपनी वैश्विक वर्कफोर्स का 6% घटाएगी।
- 12,000 व्हाइट-कॉलर और 4,000 मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स खत्म होंगी।
- कंपनी का फोकस ऑटोमेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर होगा।
- नई CEO फिलिप नाव्रातिल ने कहा—“दुनिया बदल रही है, Nestlé को भी तेज़ी से बदलना होगा।”
- 2025 के पहले नौ महीनों में Nestlé की बिक्री 9% घटी, पर ऑर्गेनिक सेल्स 3.3% बढ़ीं।
दुनिया की जानी-मानी फूड कंपनी Nestlé ने अपने 16,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। कंपनी के नए CEO फिलिप नाव्रातिल (Philipp Navratil) ने कहा कि यह कदम संगठन को सरल बनाने, प्रक्रियाओं को स्वचालित (ऑटोमेट) करने और लागत घटाने के लिए उठाया जा रहा है। इस कदम से कंपनी के वैश्विक वर्कफोर्स का करीब 6% हिस्सा प्रभावित होगा।
कंपनी की घोषणा के अनुसार, कुल 12,000 व्हाइट-कॉलर और 4,000 मैन्युफैक्चरिंग व सप्लाई चेन कर्मचारियों की नौकरियां खत्म होंगी। यह प्रक्रिया आने वाले दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी। Nestlé के प्रवक्ता ने कहा कि यह परिवर्तन हर देश में अलग-अलग तरीके से लागू किया जाएगा, और प्रत्येक बाजार अपनी रणनीति खुद तय करेगा।
CEO फिलिप नाव्रातिल ने LinkedIn पर लिखा—“हम अपने काम करने के तरीकों में बदलाव ला रहे हैं। संगठन को सरल बनाकर और ऑटोमेशन के ज़रिए दक्षता बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह पहल कंपनी को लंबे समय में मज़बूत बनाएगी और भविष्य की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगी।
Nestlé की ताज़ा वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, 2025 के पहले नौ महीनों में कंपनी की कुल बिक्री 1.9% घटकर $82.8 बिलियन रही, हालांकि ऑर्गेनिक सेल्स (मुद्रा और अधिग्रहण प्रभावों को छोड़कर) 3.3% बढ़ीं। इससे संकेत मिलता है कि कंपनी की मुख्य बिजनेस परफॉर्मेंस अभी भी स्थिर है, हालांकि वैश्विक मुद्रा उतार-चढ़ाव ने राजस्व पर नकारात्मक असर डाला है।
कंपनी ने बताया कि ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन की ओर यह बदलाव “कठिन लेकिन ज़रूरी” कदम है। Nestlé अपने ऑपरेशनल खर्चों में बड़ी कटौती की योजना बना रही है, ताकि बदलते उपभोक्ता व्यवहार और महंगाई के दबाव का सामना किया जा सके।
फिलिप नाव्रातिल, जिन्हें पिछले महीने CEO नियुक्त किया गया था, ने यह भी कहा—“दुनिया बदल रही है, और Nestlé को इससे भी तेज़ बदलना होगा। आने वाले दो सालों में हेडकाउंट घटाने के अलावा हम अपने सप्लाई चेन और उत्पाद रणनीति में बड़े बदलाव करेंगे।”
कंपनी के पूर्व CEO लॉरेंट फ्रेक्सी को हाल ही में एक आंतरिक अनुशासनात्मक विवाद के बाद पद से हटाया गया था, जिसके बाद नाव्रातिल ने यह जिम्मेदारी संभाली। अब उनका मकसद है कि Nestlé को एक आधुनिक, डिजिटल और स्वचालित संगठन के रूप में पुनर्गठित किया जाए।


