90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री पूजा बेदी, जिन्होंने ‘जो जीता वही सिकंदर’ और ‘फिर तेरी कहानी याद आई’ जैसी फिल्मों से नाम कमाया, ने हाल ही में अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर कई खुलासे किए। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे शादी के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी, क्यों उनका तलाक हुआ, और आज भी वह अपने पूर्व पति फरहान फर्नीचरवाला के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखती हैं।
मुख्य तथ्य
- पूजा बेदी ने 1994 में बिजनेसमैन फरहान फर्नीचरवाला से शादी की थी।
- शादी के बाद उन्होंने फिल्मों को अलविदा कहा क्योंकि उनका परिवार पारंपरिक मुस्लिम था।
- दोनों ने 12 साल बाद आपसी सहमति से तलाक लिया।
- पूजा और फरहान आज भी अच्छे दोस्त हैं और मिलकर अपने बच्चों की परवरिश करते हैं।
- पूजा ने कहा — “मैंने परिवार की इज़्ज़त के लिए फिल्मों को छोड़ा था, मजबूरी में नहीं।”
पूजा बेदी की शादी और करियर में बदलाव
पूजा बेदी ने इंटरव्यू में बताया कि शादी के बाद उनका जीवन पूरी तरह बदल गया। उन्होंने कहा कि फरहान फर्नीचरवाला के परिवार की सोच काफी पारंपरिक थी, और उस माहौल में किसी “फिल्म अभिनेत्री” का बहू बनना आसान नहीं था। पूजा ने कहा — “उन दिनों फिल्मों में बहुत गॉसिप होती थी। हर नई रिलीज़ के साथ हीरो के साथ नाम जोड़ दिया जाता था। ऐसे में परिवार मुझे फिल्मों में काम करने की इजाज़त नहीं दे सकता था।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने खुद यह फैसला लिया था कि अगर शादी करनी है तो पूरे सम्मान के साथ करनी होगी। “अगर आप किसी परिवार में शामिल हो रहे हैं तो उन्हें असहज नहीं करना चाहिए,” पूजा ने कहा।
फिल्मों से दूरी और आत्मसम्मान का फैसला
पूजा ने शादी के बाद जिन फिल्मों के लिए साइन किया था, उनके सभी एडवांस अमाउंट वापस कर दिए। उन्होंने बताया — “मैंने ‘कामसूत्र’ विज्ञापन का नवीनीकरण भी ठुकरा दिया, जबकि मुझे पहले से आठ गुना ज़्यादा रकम ऑफर हुई थी।”
इस फैसले से उन्होंने साफ किया कि वह अपनी शादी को लेकर पूरी तरह गंभीर थीं और अपने पति के परिवार की भावनाओं का सम्मान करना चाहती थीं।
तलाक लेकिन दोस्ती बरकरार
फरहान और पूजा के दो बच्चे हैं — अलाईया एफ (जो अब बॉलीवुड एक्ट्रेस हैं) और ओमर। पूजा ने बताया कि दोनों के बीच रिश्ते में कुछ चीज़ें ऐसी थीं जो “कभी काम नहीं कर सकती थीं,” इसलिए दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला लिया।
“हमने तय किया कि हम हमेशा एक-दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखेंगे। फरहान एक बेहतरीन पिता हैं। आज भी हमारी दोस्ती बनी हुई है, और मैं उनकी पत्नी लैला को भी बहुत पसंद करती हूं,” पूजा ने कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि उनका परिवार अब बड़ा हो गया है — “मैंने पति नहीं खोया, बल्कि एक नई दोस्त पाई। हम अब भी साथ में त्योहार मनाते हैं और डिनर पर मिलते हैं।”
पूजा बेदी की सोच और जीवन दर्शन
पूजा बेदी ने कहा कि जीवन में सबसे ज़रूरी है “खुला दिल और सकारात्मक सोच।” उन्होंने बताया कि किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए दोनों पक्षों का सम्मान ज़रूरी होता है। शादी, करियर और परिवार के बीच संतुलन बनाना मुश्किल जरूर था, लेकिन उन्होंने यह सब समझदारी से किया।


