Nvidia बनी दुनिया की पहली 5 ट्रिलियन डॉलर कंपनी, CEO जेन्सन हुआंग बोले — ‘आधा ट्रिलियन डॉलर की कमाई होगी’

AI चिप्स के बढ़ते ऑर्डर्स और रिकॉर्ड तोड़ मार्केट वैल्यू के साथ Nvidia ने इतिहास रच दिया। कंपनी अब माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है।

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टेक्नोलॉजी जगत में नया इतिहास बन गया है। बुधवार को Nvidia ने 5 ट्रिलियन डॉलर (₹417 लाख करोड़) के मार्केट कैपिटलाइजेशन को छूते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का ताज पहन लिया। कंपनी के CEO जेन्सन हुआंग ने घोषणा की कि Nvidia को 2026 तक अपने AI चिप्स के लिए 500 बिलियन डॉलर (₹41 लाख करोड़) से अधिक के ऑर्डर्स मिल चुके हैं। यह कंपनी के लिए “आधा ट्रिलियन डॉलर की कमाई” की ऐतिहासिक झलक है।

मुख्य तथ्य

  • Nvidia बनी दुनिया की पहली 5 ट्रिलियन डॉलर वैल्यू वाली कंपनी।
  • CEO जेन्सन हुआंग ने कहा — “हमारे पास आधा ट्रिलियन डॉलर के ऑर्डर्स हैं।”
  • Blackwell और Rubin चिप्स की डिमांड ने रिकॉर्ड ऑर्डर्स दिलाए।
  • चीन में मार्केट शेयर 95% से गिरकर शून्य हुआ, लेकिन अमेरिका में उत्पादन तेज़।
  • कंपनी ने Nokia और Oracle के साथ नए अरबों डॉलर के साझेदारी प्रोजेक्ट्स शुरू किए।

Nvidia ने रचा इतिहास, Microsoft और Apple को पीछे छोड़ा

Nvidia का शेयर बुधवार को 3% से ज्यादा उछला और कंपनी ने 5 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप का ऐतिहासिक स्तर छू लिया। यह माइलस्टोन Nvidia को न केवल माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल से आगे ले गया, बल्कि इसे दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बना दिया। माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल की वैल्यू फिलहाल लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है।

यह उपलब्धि Nvidia के CEO जेन्सन हुआंग द्वारा वाशिंगटन डी.सी. में हुए GTC डेवलपर कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयान के बाद सामने आई। उन्होंने खुलासा किया कि कंपनी को 2026 के अंत तक 500 बिलियन डॉलर से अधिक के AI चिप ऑर्डर्स मिले हैं। उन्होंने कहा — “शायद हम इतिहास में पहली टेक कंपनी हैं जिसे आधा ट्रिलियन डॉलर की आय की स्पष्टता मिली है।”

AI क्रांति और Blackwell चिप की सफलता

Nvidia की ताकत उसकी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) में है, जो बड़े भाषा मॉडल्स (LLMs) और जेनरेटिव AI सिस्टम्स को ट्रेन करने में जरूरी होती हैं। कंपनी इस समय AI चिप मार्केट का 90% हिस्सा अपने पास रखती है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, मेटा, गूगल और OpenAI जैसी दिग्गज कंपनियां इसके ग्राहक हैं।

हुआंग ने बताया कि Blackwell GPU का उत्पादन अमेरिका के एरिज़ोना प्लांट में पूरी क्षमता से चल रहा है। पिछले चार क्वार्टर्स में कंपनी 6 मिलियन से अधिक चिप्स डिलीवर कर चुकी है और अगले पांच क्वार्टर्स में 14 मिलियन अतिरिक्त यूनिट्स की आपूर्ति करेगी।

चीन में नुकसान, लेकिन अमेरिकी बाजार में मजबूती

एक समय Nvidia का चीन में मार्केट शेयर 95% था, लेकिन अमेरिकी निर्यात प्रतिबंधों के चलते अब यह शून्य पर आ गया है। कंपनी ने बताया कि चीन से राजस्व घटकर केवल 2.8 बिलियन डॉलर रह गया है, जबकि पिछले तिमाही में यह 15.5 बिलियन डॉलर था।

इसके बावजूद, Nvidia अमेरिका में अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को दोगुना कर रही है। हुआंग ने बताया कि यह कदम ट्रंप प्रशासन की “मेड इन अमेरिका” पॉलिसी के अनुरूप है।

रणनीतिक साझेदारियां और भविष्य की योजनाएं

Nvidia ने हाल ही में Nokia के साथ 1 बिलियन डॉलर का निवेश करते हुए 5G और 6G नेटवर्क्स के लिए AI-इंटीग्रेटेड टेलीकॉम उपकरण बनाने की साझेदारी की है। इसके साथ ही, Oracle के साथ कंपनी अमेरिकी ऊर्जा विभाग के लिए सात सुपरकंप्यूटर बना रही है — जिसमें सबसे बड़े सिस्टम में 100,000 Blackwell AI चिप्स होंगे।

हुआंग ने यह भी बताया कि अमेज़न, मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और Oracle जैसी कंपनियों का क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर कैपिटल स्पेंडिंग 2027 तक 632 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले साल हाइपरस्केलर निवेश 24% बढ़कर लगभग 550 बिलियन डॉलर तक हो जाएगा।

Nvidia की तेज़ रफ्तार ग्रोथ

Nvidia का सफर बेहद तेज़ रहा है। कंपनी ने जून 2023 में 1 ट्रिलियन, फरवरी 2024 में 2 ट्रिलियन, जून 2024 में 3 ट्रिलियन और जुलाई 2024 में 4 ट्रिलियन का आंकड़ा पार किया था। अब, मात्र तीन महीने बाद, कंपनी ने 5 ट्रिलियन का रिकॉर्ड बना लिया।

सिर्फ 2025 में ही Nvidia के शेयर 50% से अधिक बढ़े हैं और दो ट्रेडिंग दिनों में इसका मार्केट कैप 400 बिलियन डॉलर तक उछला है। मंगलवार को शेयर पहली बार $200 से ऊपर बंद हुए और बुधवार को और बढ़ गए।

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