लाल किला ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों ने एक और बड़ा खुलासा किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और उत्तर प्रदेश ATS की संयुक्त कार्रवाई में लखनऊ की एक महिला डॉक्टर डॉ. शाहीन शाहिद अंसारी और उनके भाई डॉ. परवेज़ अंसारी को हिरासत में लिया गया है। दोनों पर संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल से संपर्क रखने का शक है, जो कई राज्यों और देशों में फैला हुआ बताया जा रहा है।
मुख्य तथ्य
- डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज़ को J&K पुलिस ने हिरासत में लिया।
- दोनों लखनऊ के कंधारी बाज़ार इलाके के रहने वाले हैं।
- शाहीन फरीदाबाद के Al-Falah Medical College में कार्यरत थीं।
- कॉलेज में पहले गिरफ्तार आरोपी डॉ. मुझम्मिल गनई और डॉ. उमर नबी भी कार्यरत थे।
- जांच एजेंसियों ने लैपटॉप, मोबाइल, दस्तावेज़ और ट्रैवल टिकट जब्त किए।
लाल किला धमाका मामले की जांच अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने मंगलवार को लखनऊ से दो डॉक्टरों — डॉ. शाहीन शाहिद अंसारी और डॉ. परवेज़ अंसारी — को हिरासत में लिया। दोनों भाई-बहन कथित तौर पर उस “ट्रांसनेशनल और इंटरस्टेट मॉड्यूल” से जुड़े बताए जा रहे हैं जिसे J&K पुलिस ने हाल ही में उजागर किया था।
अधिकारियों के मुताबिक, डॉ. शाहीन अंसारी फरीदाबाद के Al-Falah School of Medical Sciences & Research Centre में कार्यरत थीं। यहीं दो अन्य आरोपी डॉक्टर — डॉ. मुझम्मिल अहमद गनई (पहले गिरफ्तार) और डॉ. उमर नबी (मुख्य संदिग्ध) — भी कार्यरत थे। इन तीनों के बीच संपर्क और गतिविधियों को लेकर पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
J&K पुलिस और UP ATS की संयुक्त कार्रवाई
मंगलवार को J&K पुलिस और UP ATS की संयुक्त टीम ने लखनऊ के मुतक्कीपुर क्षेत्र में डॉ. परवेज़ के किराए के घर पर छापा मारा। इस दौरान टीम ने कई अहम चीज़ें जब्त कीं — जिनमें लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, दस्तावेज़, ट्रेन और फ्लाइट टिकट शामिल हैं।
इसके बाद पुलिस टीम कंधारी बाज़ार में डॉक्टरों के पैतृक घर पहुंची और परिवार से पूछताछ की। पुलिस ने उनके पिता से यह जानकारी जुटाई कि भाई-बहन कितनी बार घर आते थे और हाल ही में किससे संपर्क में थे। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने उनके रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर और लोकेशन डिटेल्स भी एकत्र की हैं।
शिक्षा और करियर बैकग्राउंड की जांच
सूत्रों के मुताबिक, डॉ. शाहीन अंसारी ने गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल यूनिवर्सिटी, कानपुर से MBBS की पढ़ाई की थी। बताया गया कि उन्होंने Al-Falah कॉलेज में नौकरी के दौरान डॉ. मुझम्मिल गनई से संपर्क किया था। पुलिस को शक है कि गनई ने उनकी गाड़ी का इस्तेमाल किया था, और जब गनई की गिरफ्तारी के बाद छापेमारी हुई तो उसी वाहन से एक हथियार बरामद हुआ।
वहीं, डॉ. परवेज़ अंसारी ने लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज से MBBS और आगरा के कॉलेज से आंतरिक चिकित्सा (Internal Medicine) में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया। उन्होंने 2021 में इंटेग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में सीनियर रेज़िडेंट के रूप में जॉइन किया था और 6 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था।
संभावित मॉड्यूल का नेटवर्क यूपी तक फैला
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय एजेंसियों और J&K पुलिस द्वारा साझा किए गए इनपुट्स के अनुसार, इस नेटवर्क के कई सदस्य उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो सकते हैं। पुलिस का मानना है कि फरीदाबाद, लखनऊ और सहारनपुर के डॉक्टरों का यह नेटवर्क रेड फोर्ट ब्लास्ट में शामिल संदिग्धों से जुड़ा हुआ है।
UP DGP राजीव कृष्णा ने कहा, “हम केंद्रीय एजेंसियों और अन्य राज्यों के संपर्क में हैं। राज्य में संवेदनशील स्थानों और बड़ी संस्थाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है।”


