लाल किला ब्लास्ट मॉड्यूल से जुड़े ट्रांसनेशनल टेरर केस में गिरफ्तार लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद अंसारी के पूर्व पति ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि तलाक के बाद शाहीन ने अपने दो बेटों को उनके पास छोड़ दिया और कभी संपर्क नहीं किया। डॉक्टर शाहीन और उनके भाई डॉ. परवेज़ अंसारी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनकी गतिविधियों की जांच जारी है।
मुख्य तथ्य
- डॉ. शाहीन शाहिद अंसारी और उनके भाई डॉ. परवेज़ अंसारी ATS और J&K पुलिस की हिरासत में।
- शाहीन की शादी 2006 में डॉ. जाफर हयात से हुई थी; 2013 में हुआ था तलाक।
- डॉ. जाफर ने बताया — “शाहीन ने तलाक के बाद दो बेटों को छोड़ दिया और कभी बात नहीं की।”
- जांच एजेंसियों ने शाहीन के परिवार और पूर्व पति से पूछताछ की।
- शाहीन फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में काम करती थीं, जहाँ पहले से दो आरोपी डॉक्टर कार्यरत थे।
लखनऊ: जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए कथित “ट्रांसनेशनल और इंटरस्टेट टेरर मॉड्यूल” की जांच में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन शाहिद अंसारी के पूर्व पति ने अब चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बताया कि तलाक के बाद से शाहीन से उनका कोई संपर्क नहीं है और वह अपने दो बेटों को छोड़कर चली गई थीं।
डॉ. जाफर हयात, जो कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में नेत्र सर्जन हैं, ने बताया कि उनकी और शाहीन की शादी 2006 में हुई थी, लेकिन 2013 में आपसी सहमति से तलाक हो गया। “शादी के दौरान मुझे कभी कोई असामान्य गतिविधि महसूस नहीं हुई। हाँ, वह चाहती थीं कि हम ऑस्ट्रेलिया या यूरोप शिफ्ट हो जाएँ ताकि वहाँ मेडिकल टीचर्स के बेहतर मौके मिल सकें, लेकिन मैं भारत में खुश था,” उन्होंने कहा।
डॉ. जाफर ने बताया कि तलाक के बाद शाहीन ने दोनों बेटों को उनके पास छोड़ दिया और कभी भी उनसे या बच्चों से संपर्क नहीं किया। “कल रात मुझे उसकी गिरफ्तारी की खबर मिली। मैं हैरान था,” उन्होंने कहा।
परिवार से पूछताछ और जांच का दायरा बढ़ा
शाहीन और उनके भाई परवेज़ की गिरफ्तारी के बाद, उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को लखनऊ के कंधारी बाज़ार स्थित उनके घर की तलाशी ली।
अधिकारियों ने बताया कि शाहीन के पिता और बड़े भाई से देर रात तक पूछताछ की गई। “उनसे यह पता लगाया जा रहा है कि भाई-बहन किससे संपर्क में रहते थे, किन दोस्तों से मेल-जोल था और हाल ही में किससे बात हुई थी,” एक अधिकारी ने बताया।
सूत्रों ने बताया कि शाहीन के पूर्व पति से भी जांच एजेंसियों ने संपर्क किया है। साथ ही, कई जिलों में इस मॉड्यूल के संभावित सिम्पथाइज़र (सहानुभूति रखने वाले) की तलाश जारी है।
अल-फलाह कॉलेज से जुड़ा नेटवर्क
डॉ. शाहीन अंसारी फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत थीं। यहीं से पहले गिरफ्तार किए गए दो अन्य डॉक्टर — डॉ. मुझम्मिल अहमद गनई और डॉ. उमर नबी (रेड फोर्ट ब्लास्ट केस के संदिग्ध) — भी जुड़े हुए थे।
सूत्रों के अनुसार, शाहीन की मुलाकात गनई से इसी कॉलेज में हुई थी और यह भी शक है कि गनई ने शाहीन की गाड़ी का इस्तेमाल किया। उनकी गिरफ्तारी के बाद जब छापेमारी हुई, तो उसी वाहन से एक हथियार बरामद हुआ था।
ATS और J&K पुलिस की संयुक्त जांच अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या शाहीन और परवेज़ इस नेटवर्क के किसी “स्लीपर सेल” का हिस्सा थे या केवल संपर्क सूत्र की भूमिका में थे।
जांच में बढ़ी सावधानी, दिल्ली-फरीदाबाद में टीम तैनात
सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसियों ने दिल्ली, फरीदाबाद और लखनऊ में अपने नेटवर्क सक्रिय कर दिए हैं। ATS की एक विशेष टीम को फरीदाबाद भेजा गया है ताकि अल-फलाह यूनिवर्सिटी और शाहीन के सहकर्मियों से पूछताछ की जा सके।
UP DGP राजीव कृष्णा ने कहा कि राज्य में सभी संवेदनशील स्थानों और संस्थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है और केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाया गया है।


