उत्तर प्रदेश के मथुरा के पास दिल्ली-आगरा यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घना कोहरा और बेहद कम दृश्यता के कारण कई वाहन आपस में टकरा गए, जिसके बाद बसों और कारों में आग लग गई और स्थिति बेहद भयावह हो गई।
मुख्य तथ्य
- हादसा यमुना एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 127 के पास हुआ
- 7 बसें और 3 कारें आपस में टकराईं
- आग बुझाने और रेस्क्यू के लिए 11 फायर टेंडर मौके पर पहुंचे
- अब तक 4 मौतों की पुष्टि, 25 लोग अस्पताल में भर्ती
- हादसे की मुख्य वजह घना कोहरा और कम दृश्यता
कोहरे ने ली जान, एक्सप्रेसवे बना आग का गोला
मंगलवार सुबह यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा के पास हालात उस समय बेकाबू हो गए, जब घने कोहरे के कारण कई वाहन एक-दूसरे को देख नहीं पाए। तेज रफ्तार में चल रही बसें और कारें अचानक आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही मिनटों में कई वाहनों में आग लग गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की लपटें दूर से दिखाई दे रही थीं और एक्सप्रेसवे पर अफरा-तफरी मच गई। कई लोग वाहनों में फंसे रह गए और मदद के लिए चीख-पुकार मच गई।
फायर ब्रिगेड और पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। 11 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने आग पर काबू पाने के साथ-साथ फंसे यात्रियों को बाहर निकालने का काम शुरू किया।
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि हादसा माइलस्टोन 127 पर हुआ और इसकी मुख्य वजह बेहद कम दृश्यता रही। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य लगभग पूरा हो चुका है और स्थिति अब नियंत्रण में है।

घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
इस हादसे में घायल हुए 25 लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है।
प्रशासन ने मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है और उनके परिजनों को सूचना दी जा रही है। साथ ही, एक्सप्रेसवे पर यातायात को कुछ समय के लिए रोका गया, ताकि बचाव कार्य में कोई बाधा न आए।
उत्तर प्रदेश में मौसम बना आफत
यह हादसा ऐसे समय में हुआ है, जब उत्तर प्रदेश के कई हिस्से घने कोहरे और स्मॉग की चपेट में हैं। एक दिन पहले ही राज्य के कई जिलों में दृश्यता बेहद कम दर्ज की गई थी।
आगरा में हालात इतने खराब थे कि ताजमहल तक दिखाई नहीं दे रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़कों पर वाहन मुश्किल से नजर आ रहे थे, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ गया।
प्रशासन की अपील और चेतावनी
हादसे के बाद प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि कोहरे के दौरान एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार से बचें, फॉग लाइट का इस्तेमाल करें और सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
पुलिस और परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी मौसम ऐसा ही रह सकता है, इसलिए विशेष सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि खराब मौसम में थोड़ी सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।


