सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले कथित निजी वीडियो एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं। हाल ही में Payal Dhare, जिन्हें ऑनलाइन दुनिया में Payal Gaming के नाम से जाना जाता है, से जुड़ा एक कथित “19-मिनट वायरल वीडियो” इंटरनेट पर फैलाया गया। हालांकि, पायल धरे और उनके फैन्स ने साफ कहा है कि यह वीडियो AI-generated deepfake हो सकता है और इसका उनसे कोई संबंध नहीं है।
मुख्य तथ्य
- Payal Dhare भारत की जानी-मानी female gamer और YouTuber हैं
- YouTube पर 30 लाख सब्सक्राइबर पार करने वाली पहली भारतीय महिला गेमर
- वायरल वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
- पायल ने Instagram पर बयान जारी कर सीधा इनकार किया
- फैन्स और एक्सपर्ट्स ने वीडियो को deepfake बताया
Payal Dhare कौन हैं?
Payal Dhare का जन्म 18 सितंबर 2000 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के उमरनाला गांव में हुआ था। वह डिजिटल दुनिया में Payal Gaming के नाम से मशहूर हैं।
कम उम्र में गेमिंग को करियर के रूप में अपनाने वाली पायल आज भारत की सबसे लोकप्रिय महिला गेमिंग कंटेंट

क्रिएटर्स में शामिल हैं।
गेमिंग करियर और लोकप्रियता
Payal Dhare को खासतौर पर BGMI, PUBG और GTA V जैसे लोकप्रिय गेम्स की लाइव स्ट्रीमिंग और गेमप्ले वीडियो के लिए जाना जाता है।
दिसंबर 2025 तक उनके
- YouTube पर 45 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर
- Instagram पर 43 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं।
वह YouTube पर 30 लाख सब्सक्राइबर पार करने वाली पहली भारतीय महिला गेमर रह चुकी हैं। उनकी मेहनत और लोकप्रियता के चलते उन्हें MOBIES Awards 2024 में Gaming Creator of the Year और Mobile Streamer of the Year जैसे सम्मान भी मिले हैं।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक कथित निजी वीडियो वायरल किया गया, जिसे कुछ यूज़र्स ने “19-मिनट वायरल वीडियो” से जोड़ दिया।
यह मामला ऐसे समय सामने आया जब कुछ हफ्ते पहले बंगाली YouTuber Sofik SK और उनकी गर्लफ्रेंड Dustu Sonali से जुड़ा एक 19-मिनट का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने इंटरनेट पर बड़ा विवाद खड़ा किया था।
पायल धरे का बयान: साफ इनकार
विवाद बढ़ने के बाद, Payal Dhare ने Instagram पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा कर अपनी चुप्पी तोड़ी।
उन्होंने लिखा कि यह मामला उनके लिए “बहुत निजी और परेशान करने वाला” है। पायल ने साफ शब्दों में कहा कि वायरल वीडियो में दिखाई देने वाली लड़की वह नहीं हैं और इस वीडियो का उनके जीवन, फैसलों या पहचान से कोई संबंध नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह का कंटेंट न केवल भ्रामक है, बल्कि मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाने वाला भी है। पायल के अनुसार, ऐसी घटनाएं सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि परिवार और निजी जीवन पर भी गहरा असर डालती हैं।
डीपफेक होने की आशंका क्यों जताई जा रही है?
पायल धरे के फैन्स और कई डिजिटल एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह वीडियो AI-generated deepfake हो सकता है।
आजकल Generative AI की मदद से किसी भी व्यक्ति की शक्ल और आवाज का दुरुपयोग कर नकली वीडियो बनाना आसान हो गया है।
वीडियो के कई एडिटेड वर्ज़न इंटरनेट पर घूम रहे हैं, जो इसकी प्रामाणिकता पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
19-मिनट वायरल वीडियो विवाद क्या है?
इस महीने की शुरुआत में एक 19-मिनट का वीडियो, जिसमें कथित तौर पर Sofik SK और Dustu Sonali नजर आए, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
इसके बाद दोनों ने अलग-अलग वीडियो जारी कर माफी मांगी और दावा किया कि एक करीबी दोस्त ने उनका निजी वीडियो चुरा कर ब्लैकमेल किया और बाद में लीक कर दिया।
इसी विवाद के बाद “19-मिनट वीडियो” शब्द सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड बन गया, जिससे कई निर्दोष लोग भी अफवाहों का शिकार हो रहे हैं।
डिजिटल सुरक्षा और कानूनी पहलू
विशेषज्ञों का कहना है कि बिना पुष्टि किसी भी कथित निजी वीडियो को देखना, डाउनलोड करना या शेयर करना कानूनी अपराध हो सकता है।
भारत के IT Act और अन्य साइबर कानूनों के तहत
- गैर-सहमति वाला कंटेंट फैलाना अपराध है
- deepfake बनाना और शेयर करना भी दंडनीय है
इसलिए यूज़र्स को सलाह दी जाती है कि वे जिज्ञासा से ज्यादा सतर्कता रखें।


