भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI ने महिला क्रिकेट के इतिहास में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है।
बोर्ड ने घरेलू महिला क्रिकेटरों की मैच फीस को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर करने का फैसला लिया है, जिससे हजारों महिला खिलाड़ियों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा।
मुख्य तथ्य
- महिला और पुरुष घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस बराबर
- वनडे और मल्टी-डे मैच में ₹50,000 प्रति दिन
- बेंच खिलाड़ियों को भी अब मिलेगी बढ़ी हुई फीस
- जूनियर महिला क्रिकेटरों की फीस में भी बड़ी बढ़ोतरी
- कुल वेतन में लगभग 150% तक इजाफा
BCCI का बड़ा फैसला: बराबरी की ओर एक कदम
सोमवार को BCCI की एपेक्स काउंसिल ने महिला घरेलू क्रिकेट के पेमेंट स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव को मंजूरी दी। इस फैसले के तहत अब घरेलू वनडे और मल्टी-डे मैचों में प्लेइंग इलेवन की महिला खिलाड़ी को प्रति दिन ₹50,000 मिलेंगे। यह वही राशि है, जो पुरुष घरेलू क्रिकेटरों को दी जाती है।
यह फैसला सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि लैंगिक समानता की दिशा में एक मजबूत संदेश भी देता है। लंबे समय से महिला क्रिकेटरों की मांग थी कि उन्हें भी पुरुष खिलाड़ियों के समान मेहनताना मिले।
बेंच और टी-20 खिलाड़ियों को भी फायदा
नए स्ट्रक्चर के अनुसार, जो खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं होंगी, उन्हें भी अब ₹25,000 प्रति मैच की फीस मिलेगी।
पहले यही राशि केवल ₹10,000 थी, जबकि प्लेइंग इलेवन की खिलाड़ी को ₹20,000 मिलते थे।
टी-20 घरेलू मुकाबलों में भी फीस बढ़ाई गई है। अब:
- प्लेइंग इलेवन: ₹25,000 प्रति मैच
- रिजर्व खिलाड़ी: ₹12,500 प्रति मैच
यह बढ़ोतरी महिला खिलाड़ियों के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है, खासकर उन खिलाड़ियों के लिए जो लगातार घरेलू सर्किट में खेलती हैं।
जूनियर महिला क्रिकेटरों को भी मिलेगा लाभ
BCCI ने केवल सीनियर ही नहीं, बल्कि जूनियर महिला क्रिकेट पर भी ध्यान दिया है।
जूनियर टूर्नामेंट में अब:
- प्लेइंग इलेवन: ₹25,000 प्रति दिन
- रिजर्व खिलाड़ी: ₹12,500 प्रति दिन
पहले यह राशि क्रमशः ₹10,000 और ₹5,000 थी।
टी-20 जूनियर मैचों में भी फीस बढ़ाकर प्लेइंग इलेवन के लिए ₹12,500 और नॉन-प्लेइंग खिलाड़ियों के लिए ₹6,250 कर दी गई है।
150% तक बढ़ेगा घरेलू महिला खिलाड़ियों का वेतन
BCCI के इस फैसले से महिला घरेलू क्रिकेटरों की कुल आय में लगभग 150 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
यह बदलाव ऐसे समय में आया है, जब भारतीय महिला क्रिकेट अपने सबसे सुनहरे दौर में चल रहा है।
हाल ही में भारत ने अपना पहला महिला विश्व कप जीतकर इतिहास रचा। इस ऐतिहासिक जीत ने महिला क्रिकेट की लोकप्रियता और सम्मान दोनों को नई ऊंचाई दी है।
अंपायरों की फीस में भी इजाफा
इस बैठक में केवल खिलाड़ियों ही नहीं, बल्कि अंपायरों को भी राहत दी गई।
क्रिकबज के अनुसार, अब घरेलू टूर्नामेंट के लीग मैचों में अंपायरिंग करने वाले सभी अंपायरों को ₹40,000 प्रति दिन फीस मिलेगी, चाहे उनकी पहले की ग्रुपिंग कुछ भी रही हो।
महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक साल
इस साल की शुरुआत में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना पहला महिला विश्व कप खिताब जीता था।
इस टीम की कप्तानी Harmanpreet Kaur ने की थी। यह जीत और अब BCCI का यह फैसला—दोनों मिलकर महिला क्रिकेट के भविष्य को और मजबूत बनाते हैं।


