मुख्य तथ्य
- अमेरिका ने BLA और उसके आत्मघाती दस्ता मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) घोषित किया।
- 2019 से अब तक BLA कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है।
- क्वेटा-पेशावर ट्रेन अपहरण और कराची एयरपोर्ट के पास हमले जैसे घटनाक्रम शामिल।
- FTO दर्ज होने से अमेरिका में इन संगठनों की संपत्तियां जब्त और फंडिंग पर रोक लगेगी।
- यह फैसला पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर के अमेरिका दौरे के दौरान आया।
विस्तृत रिपोर्ट
अमेरिका ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सक्रिय उग्रवादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके आत्मघाती दस्ता मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) की सूची में शामिल कर दिया है। यह घोषणा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने वॉशिंगटन में की, जिसमें उन्होंने दोनों संगठनों पर कई बड़े आतंकी हमलों का आरोप लगाया।
रुबियो ने कहा,
“2019 में BLA को कई आतंकी घटनाओं के बाद SDGT (विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी) घोषित किया गया था। इसके बाद से इसने मजीद ब्रिगेड के साथ मिलकर कई हिंसक हमले किए हैं, जिनमें 2024 का कराची एयरपोर्ट के पास आत्मघाती हमला और 2025 में क्वेटा-पेशावर जाफर एक्सप्रेस का अपहरण शामिल है।”
इस ट्रेन अपहरण में 31 लोगों की मौत हुई थी और 300 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाया गया था।
अमेरिका का कहना है कि FTO दर्ज होने के बाद इन संगठनों की अमेरिकी क्षेत्र में मौजूद सभी संपत्तियां जब्त की जाएंगी, इनके समर्थन को आपराधिक अपराध माना जाएगा और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर भी दबाव बढ़ेगा।
क्या है BLA और मजीद ब्रिगेड?
BLA दशकों से बलूचिस्तान की आजादी के लिए पाकिस्तान के खिलाफ हथियारबंद विद्रोह चला रहा है। संगठन का आरोप है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रहा है और स्थानीय लोगों को संस्थागत रूप से हाशिए पर डाल रहा है।
मजीद ब्रिगेड, BLA का आत्मघाती दस्ता है, जिसका गठन 2011 में दो मारे गए भाइयों—मजीद लैंगोव सीनियर और जूनियर—की याद में हुआ।
फैसले का समय
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर अमेरिका दौरे पर हैं। वे अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के विदाई समारोह में शामिल होने आए हैं। माना जा रहा है कि यह निर्णय दोनों देशों के सुरक्षा सहयोग को और मजबूती देगा।