मुख्य तथ्य
- राशिद खान ने कहा- दुबई में रहकर अबू धाबी हर मैच खेलना आदर्श नहीं।
- अफगानिस्तान कप्तान को हर मैच दिन 2 घंटे का सफर करना पड़ रहा है।
- श्रीलंका कप्तान असलंका ने भी लगातार मैचों और थकान पर चिंता जताई।
- अफगानिस्तान-हांगकांग मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठाया मुद्दा।
- खिलाड़ियों ने फिटनेस और रिकवरी समय को लेकर जताई गंभीर चिंता।
एशिया कप 2025 में अभी मुकाबले शुरू ही हुए हैं, लेकिन शेड्यूलिंग और व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं। अफगानिस्तान के कप्तान और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी20 गेंदबाजों में से एक राशिद खान ने दुबई और अबू धाबी के बीच यात्रा को लेकर नाराजगी जताई है।
राशिद खान ने कहा कि उनकी टीम दुबई में ठहरी हुई है, लेकिन सभी मैच अबू धाबी में खेले जा रहे हैं। ऐसे में हर मैच दिन खिलाड़ियों को लगभग दो घंटे का सफर करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ शब्दों में कहा:
“मुझे नहीं लगता कि यह आदर्श है। हमने इस मुद्दे पर बाकी कप्तानों से भी बात की थी। लेकिन प्रोफेशनल क्रिकेटर्स होने के नाते हमें इसे स्वीकार करना पड़ता है।”
राशिद खान, जो टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा 170 विकेट ले चुके हैं, ने यह भी कहा कि मैदान पर उतरने के बाद खिलाड़ी इन परेशानियों को भूल जाते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अक्सर लंबे सफर के बाद सीधे मैच खेलना पड़ता है।
श्रीलंका कप्तान असलंका भी नाराज
श्रीलंका टीम के कप्तान चरित असलंका ने भी शेड्यूलिंग पर अपनी असहमति जताई। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने जिम्बाब्वे में लगातार 6 और 7 सितंबर को मैच खेले और तुरंत बाद दुबई आना पड़ा। असलंका ने मजाकिया लहजे में कहा:
“अभी तो मुझे बहुत नींद आ रही है, शायद कल इसका जवाब दे पाऊं। लगातार इतने मैच खेलना बेहद मुश्किल है। हमें रिकवरी के लिए कुछ दिन चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों की फिटनेस और ताजगी बनाए रखना बेहद जरूरी है, खासकर जब यहां का मौसम बहुत गर्म है।
खिलाड़ियों पर बढ़ता दबाव
टूर्नामेंट के आयोजकों ने टीमों को सीमित समय में लगातार मैच खेलने पर मजबूर किया है। ऐसे में खिलाड़ियों की फिटनेस, रिकवरी और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका है। अफगानिस्तान और श्रीलंका दोनों ही कप्तानों की टिप्पणियों ने इस बहस को और तेज कर दिया है कि क्या एशिया कप 2025 का शेड्यूल खिलाड़ियों के लिए बहुत कठिन बना दिया गया है।