हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर ज़िले में एक दर्दनाक बस हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। जंडूता उपमंडल के भल्लू पुल के पास भारी बारिश के बीच एक निजी बस मलबे में दब गई, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और 2 घायल हैं। एक बच्चा अब भी लापता है। एनडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन लगातार राहत व बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
मुख्य तथ्य
- हादसा बिलासपुर के भल्लू पुल (जंडूता) के पास हुआ।
- भारी बारिश और भूस्खलन से बस मलबे में दब गई।
- 15 लोगों की मौत, दो बच्चे बचाए गए, एक बच्चा अब भी लापता।
- सीएम सुक्खू और पीएम मोदी ने जताया शोक, आर्थिक मदद की घोषणा।
- राहत कार्य लगातार जारी, एनडीआरएफ और पुलिस मौके पर तैनात।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में सोमवार सुबह एक भीषण बस हादसे ने हाहाकार मचा दिया। भल्लू पुल के पास जंडूता उपमंडल में एक निजी बस भूस्खलन के कारण भारी मलबे में दब गई। इस दर्दनाक घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग घायल हैं। एक बच्चा अब भी लापता है और उसे ढूंढने के लिए एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार खोज अभियान चला रही हैं।
भूस्खलन के कारण दब गई बस
जानकारी के अनुसार, यह हादसा तब हुआ जब पहाड़ी से अचानक बड़े पत्थर और कीचड़ नीचे गिरने लगे। उसी वक्त बस वहां से गुजर रही थी, जिसमें करीब 17 यात्री सवार थे। हादसे में बस के चालक और परिचालक की भी मौके पर मौत हो गई। दो बच्चों को सुरक्षित निकाला गया, जिन्हें तत्काल एम्स बिलासपुर में भर्ती कराया गया है।
एसएचओ ताली राकेश कुमार ने बताया कि “हम घटनास्थल पर मौजूद हैं। लगातार बारिश के बावजूद राहत कार्य जारी है और लापता बच्चे की तलाश प्राथमिकता पर है।”
राज्य और केंद्र से शोक संदेश
इस घटना पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।” सीएम ने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने तथा घायलों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वे शिमला से स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।

वहीं, उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने भी सोशल मीडिया पर शोक जताते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
पीएम मोदी ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा,
“हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुए हादसे से दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर घायलों को जल्द स्वस्थ करें।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
राहत कार्यों में जुटा प्रशासन
लगातार बारिश से राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन NDRF, पुलिस, SDRF और स्थानीय लोग पूरी तत्परता से मलबा हटाने में जुटे हुए हैं। प्रशासन ने आसपास के गांवों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि इलाके में और भी जगहों पर भूस्खलन की आशंका है।


