बोनी कपूर की ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म मैदान (Maidaan) को बनाने में पांच साल से ज़्यादा का समय लगा, लेकिन रिलीज़ के बाद यह बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई। 210 करोड़ रुपये के भारी-भरकम बजट में बनी इस फिल्म ने सिर्फ 68 करोड़ रुपये कमाए और प्रोड्यूसर को गहरे घाटे में डाल दिया।
मुख्य तथ्य
- मैदान की शुरुआती लागत 120 करोड़ थी, लेकिन बजट बढ़कर 210 करोड़ पहुंच गया।
- कोविड-19, लॉकडाउन और साइकलोन ने शूटिंग को कई बार रोका।
- बोनी कपूर को वेंडर्स को पैसे चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा।
- फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर मात्र 68 करोड़ रुपये कमाए।
- अजित देवगन स्टारर यह फिल्म फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम की जिंदगी पर आधारित थी।
बॉलीवुड प्रोड्यूसर बोनी कपूर की पैशन प्रोजेक्ट फिल्म मैदान साल 2019 में शुरू हुई थी और इसे पूरा होने में लगभग पांच साल लग गए। यह फिल्म फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम की कहानी पर आधारित थी और अमित रवीन्द्रनाथ शर्मा के निर्देशन में बनी थी। हालांकि, तमाम संघर्षों के बाद 2024 में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 68 करोड़ रुपये कमाए, जबकि इसका बजट 210 करोड़ तक पहुंच चुका था।
कोविड और साइकलोन से बढ़ी मुश्किलें
बोनी कपूर ने कोमल नाहटा के यूट्यूब शो गेम चेंजर्स में बताया कि फिल्म की शूटिंग जनवरी 2020 तक 70% पूरी हो चुकी थी। मार्च 2020 से मैचों की शूटिंग शुरू होनी थी, लेकिन तभी कोविड-19 लॉकडाउन लग गया। विदेशी खिलाड़ियों और करीब 200–250 सदस्यों वाली क्रू को बार-बार रोका और वापस भेजना पड़ा। इसके अलावा, एक साइकलोन ने स्टेडियम सेट को पूरी तरह बर्बाद कर दिया।
बजट बढ़ने की असली वजह
निर्माता के मुताबिक, कोविड प्रोटोकॉल्स ने फिल्म की लागत को कई गुना बढ़ा दिया। शूटिंग के दौरान 800 लोगों की यूनिट को ताज होटल से खाना मंगवाया जाता था, सेट पर चार एंबुलेंस और डॉक्टर हमेशा मौजूद रहते थे, और लोगों को डिस्टेंसिंग के कारण अलग-अलग टेंट में ठहराया गया। यहां तक कि पानी की सप्लाई के लिए किए गए कॉन्ट्रैक्ट का बिल इतना बड़ा था कि उससे एक लो-बजट फिल्म बन सकती थी।
फुटबॉल सीक्वेंस के लिए टीम को बैंकॉक जाना पड़ा, ताकि 2000 लोगों की भीड़ को एडिटिंग में 40,000 दिखाया जा सके। इन सभी कारणों से तय बजट 120 करोड़ से बढ़कर 210 करोड़ हो गया।
बॉक्स ऑफिस पर निराशा और कर्ज़

रिलीज़ के बाद मैदान दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाई और सिर्फ 68 करोड़ रुपये की कमाई कर सकी। भारी नुकसान की वजह से बोनी कपूर को अपने वेंडर्स को पैसे चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा। उन्होंने बताया कि वेंडर्स ने चार साल तक धैर्य रखा और कुछ ने अपनी फीस भी 10–15% तक घटा दी।
पहले भी झेले हैं आर्थिक संकट
यह पहली बार नहीं है जब बोनी कपूर आर्थिक संकट से गुज़रे हैं। 90 के दशक में उनके पिता सुरिंदर कपूर पर करीब 215 करोड़ का कर्ज था, जिसे बोनी ने अपनी संपत्ति बेचकर और नो एंट्री जैसी हिट फिल्मों की कमाई से चुकाया था।
बोनी कहते हैं कि प्रोडक्शन बिजनेस में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन वे हमेशा अपने लेंडर्स के संपर्क में रहते हैं, इसलिए लोग उन पर भरोसा करते हैं।