दिल्ली पुलिस ने श्रीशारदा भारतीय प्रबंधन संस्थान की छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी बाबा चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी 40 दिनों तक फरार रहने के दौरान लगातार होटल बदलते रहे और पुलिस से बचने के लिए मथुरा-वृंदावन के आश्रमों में छिपते रहे।
मुख्य तथ्य
- आरोपी बाबा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 40 दिन तक 13 होटल बदले।
- पुलिस ने उन्हें आगरा के एक होटल से सुबह 3:30 बजे गिरफ्तार किया।
- FIR दर्ज होने के बाद बाबा ने जमानत याचिका वापस ली और फरार हो गए।
- होटल में रहते वक्त बाबा ने CCTV से बचने और फोन इस्तेमाल न करने की रणनीति अपनाई।
- 17 छात्राओं ने बाबा पर यौन उत्पीड़न, डराने और अश्लील हरकतों का आरोप लगाया।
दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों में फंसे बाबा चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को आखिरकार पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाबा करीब 40 दिन तक फरार रहे और इस दौरान उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार 13 होटल बदले।
आरोपी ने मथुरा और वृंदावन के साधुओं के आश्रमों में भी शरण ली थी। इसके बावजूद पुलिस ने विभिन्न राज्यों में खोजबीन जारी रखी और आखिरकार आगरा के एक होटल से सुबह 3:30 बजे उन्हें गिरफ्तार किया गया।
जमानत याचिका वापस कर हुए थे फरार
जानकारी के अनुसार, जब अगस्त की शुरुआत में उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ, तब वह विदेश में थे। भारत लौटने पर उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी। लेकिन मामला गंभीर धाराओं में दर्ज होने की वजह से याचिका वापस लेनी पड़ी। इसके बाद बाबा गायब हो गए और लगातार ठिकाने बदलते रहे।
CCTV से पहचान हुई मुश्किल
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल किया। वह होटल बदलते रहे और CCTV से पहचान मुश्किल बनाने की कोशिश करते रहे। बाबा के पास तीन मोबाइल और एक iPad था, लेकिन गिरफ्तारी के डर से उन्होंने उनका इस्तेमाल नहीं किया। होटल में कमरे बुक कराने के लिए वह सहयोगी का फोन इस्तेमाल करते और सस्ते होटलों में ठहरते।
छात्राओं का गंभीर आरोप
मामले की शुरुआत तब हुई जब 17 छात्राओं ने बाबा पर यौन उत्पीड़न, जबरन छूने, डराने-धमकाने और अश्लील बातचीत करने के आरोप लगाए। ये छात्राएं दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्रीशारदा भारतीय प्रबंधन संस्थान की थीं। शिकायत के बाद बाबा को संस्थान से हटा दिया गया और 4 अगस्त को FIR दर्ज की गई।
गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बनाई टीमें
FIR दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस ने बाबा की तलाश में कई टीमें गठित कीं और देश छोड़कर भागने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया। अंततः लंबी जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने उन्हें पकड़कर तिहाड़ जेल भेज दिया।
यह मामला अब छात्राओं की सुरक्षा और शिक्षा संस्थानों की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस बाबा से और पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।


