मुख्य तथ्य
- इंग्लैंड 24.3 ओवर में 131 रनों पर ऑलआउट, जैमी स्मिथ (54) को छोड़ कोई बल्लेबाज 15 से ज्यादा नहीं बना सका।
- वियान मुल्डर ने 4 और केशव महाराज ने 3 विकेट झटके।
- यह लीड्स में ODI का 21वीं सदी का सबसे कम स्कोर है।
- दक्षिण अफ्रीका पहली टीम बनी जिसने लीड्स में किसी विरोधी को 150 से कम पर ढेर किया।
- इंग्लैंड का यह घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा सबसे कम स्कोर है।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए लीड्स का हेडिंग्ले मैदान मंगलवार (2 सितंबर) किसी बुरे सपने से कम साबित नहीं हुआ। तीन महीने बाद वनडे क्रिकेट में वापसी करने वाली इंग्लिश टीम महज 131 रनों पर सिमट गई। कप्तान टेम्बा बावुमा के टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने का फैसला दक्षिण अफ्रीका के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ।
मैच की शुरुआत भले ही इंग्लैंड के लिए तेज रही, जहां ओपनर जैमी स्मिथ ने 48 गेंदों पर 54 रन ठोक दिए। लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम का पूरा बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गया। बाकी 10 बल्लेबाज मिलकर 15 रन से ज्यादा नहीं बना सके और इंग्लैंड 24.3 ओवर में ही ढेर हो गया। वियान मुल्डर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए, जबकि केशव महाराज ने 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।
यह स्कोर इंग्लैंड का हेडिंग्ले मैदान पर दूसरा सबसे कम स्कोर है और पिछले 50 सालों में यहां किसी टीम का सबसे कम टोटल भी। इससे पहले 1975 विश्व कप में यहां इतना कम स्कोर दर्ज हुआ था। खास बात यह रही कि 21वीं सदी में पहली बार किसी टीम को लीड्स में 150 से कम पर रोका गया, और यह उपलब्धि दक्षिण अफ्रीका के नाम दर्ज हुई।
इतिहास के पन्नों में झांकें तो यह इंग्लैंड का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथा सबसे कम वनडे स्कोर है। घरेलू मैदान पर प्रोटियाज के खिलाफ इससे भी बुरा प्रदर्शन 1999 में हुआ था, जब इंग्लैंड ओवल में 103 रनों पर ऑलआउट हो गया था।
दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य का पीछा करते हुए रिकॉर्ड तेजी से जीत दर्ज की। टीम ने 175 गेंदें शेष रहते ही मुकाबला अपने नाम कर लिया। 20.5 ओवर में हासिल की गई यह जीत इंग्लैंड की सरजमीं पर किसी भी विदेशी टीम की पांचवीं सबसे तेज़ जीत है। खास बात यह रही कि यह लीड्स के इतिहास में सबसे तेज़ रन-चेज़ भी है। इस तरह ऑस्ट्रेलिया का 1975 का रिकॉर्ड टूट गया, जब उन्होंने 94 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया था।
इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को गहरे संकट में डाल दिया है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर 2019 के विश्व चैंपियन की बैटिंग लाइन-अप में इतनी कमजोरी क्यों दिखाई दे रही है।