अमेरिकी राजनीति में हलचल मचाने वाले जेफ्री एपस्टीन केस से जुड़े नए दस्तावेज शुक्रवार को डेमोक्रेट सांसदों ने जारी किए। इन 6 पन्नों की रिपोर्ट में दुनिया की कई मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें एलन मस्क, स्टीव बैनन और पीटर थिल शामिल हैं।
मुख्य तथ्य
- डेमोक्रेट सांसदों ने एपस्टीन की जांच से जुड़े 6 पन्नों के दस्तावेज जारी किए।
- फाइलों में एलन मस्क, स्टीव बैनन और पीटर थिल का उल्लेख।
- 2014 में मस्क की एपस्टीन आइलैंड यात्रा का ज़िक्र, 2017 में थिल से मुलाक़ात।
- दस्तावेज़ में 2019 में स्टीव बैनन के साथ नाश्ते का भी शेड्यूल दर्ज।
- रिपब्लिकन का आरोप: डेमोक्रेट्स ने राजनीतिक फायदे के लिए चयनित कागज़ात जारी किए।
अमेरिका में जेफ्री एपस्टीन केस एक बार फिर सुर्खियों में है। शुक्रवार को अमेरिकी संसद की हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सांसदों ने 6 पन्नों के दस्तावेज जारी किए, जिनमें एलन मस्क, स्टीव बैनन और पीटर थिल के नाम दर्ज हैं। इन फाइलों को अमेरिकी न्याय विभाग ने कमेटी को सौंपा था।
जारी किए गए दस्तावेज़ों में एपस्टीन की कैलेंडर प्रविष्टियां शामिल हैं। इनमें 2019 में पूर्व ट्रंप सलाहकार स्टीव बैनन के साथ नाश्ते का प्लान, 2017 में टेक इन्वेस्टर पीटर थिल के साथ लंच और 2014 में एलन मस्क की एपस्टीन के निजी आइलैंड की संभावित यात्रा का ज़िक्र है।
इन्हीं फाइलों में 2000 के एक फ्लाइट मैनिफेस्ट का भी जिक्र है, जिसमें ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू का नाम शामिल है। एंड्रयू का एपस्टीन से जुड़ा रिश्ता पहले भी विवादों में रहा है। इसी साल सामने आए कुछ रिकॉर्ड्स में यह भी दर्ज था कि एपस्टीन ने “एंड्रयू” नाम से किसी व्यक्ति को “मसाज, एक्सरसाइज़ और योगा” के लिए भुगतान किया था।
इस खुलासे के बाद टेस्ला प्रमुख एलन मस्क एक बार फिर राजनीतिक बहस में आ गए हैं। जुलाई में मस्क ने खुद ट्रंप पर सोशल मीडिया पर आरोप लगाया था कि वह “एपस्टीन फाइल्स” में शामिल हैं। अब डेमोक्रेट सांसद एरिक स्वालवेल ने सवाल उठाया, “ट्रंप ने एलन मस्क का नाम एपस्टीन फाइल्स में उजागर किया। क्या यह बदले की कार्रवाई है? एलन, ट्रंप की संलिप्तता पर आप क्या जानते हैं?”
दूसरी ओर, रिपब्लिकन सांसदों ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया है कि वे चयनित दस्तावेज जारी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। कमेटी के बयान में कहा गया, “यह पुरानी खबर है। डेमोक्रेट्स जानबूझकर उन फाइलों को छिपा रहे हैं जिनमें उनके नेताओं के नाम हैं। हम जल्द सभी दस्तावेज जारी करेंगे।”
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब अमेरिकी संसद में डेमोक्रेट्स और कुछ रिपब्लिकन सांसद मिलकर एक याचिका ला रहे हैं। इस याचिका के जरिए सरकार को सभी एपस्टीन फाइल्स सार्वजनिक करने के लिए मजबूर किया जाएगा। इसे पारित करने के लिए 218 हस्ताक्षर ज़रूरी हैं और डेमोक्रेट्स का दावा है कि वे जल्द ही यह संख्या पूरी कर लेंगे। हालांकि, इसके बाद भी बिल को सीनेट और राष्ट्रपति की मंजूरी लेनी होगी।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही इन आरोपों को “डेमोक्रेट्स की साजिश” बता चुके हैं। वहीं, पीड़ितों और सर्वाइवर्स को न्याय दिलाने के लिए यह मुद्दा अमेरिका की राजनीति में आने वाले महीनों में बड़ा रोल निभा सकता है।


