गाजा में हमास ने 8 फिलिस्तीनियों को गोली मारी, शांति समझौते के बीच हड़कंप

गाजा में युद्धविराम के बाद भी हिंसा थमी नहीं है। हमास ने 8 फिलिस्तीनी नागरिकों को ‘इजरायल से सहयोग’ के आरोप में सड़क पर गोली मार दी।

newsdaynight
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गाजा में हमास ने 8 फिलिस्तीनियों को गोली मारी

इजरायल और हमास के बीच हुए शांति समझौते के बीच गाजा से एक भयावह वीडियो सामने आया है। वीडियो में हमास के सशस्त्र आतंकवादी 8 फिलिस्तीनी नागरिकों को सार्वजनिक रूप से गोली मारते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन पर इजरायल से मिलीभगत का आरोप लगाया गया था।

मुख्य तथ्य

  • गाजा के सबरा इलाके में हमास ने 8 नागरिकों को सड़क पर गोली मारी।
  • मृतकों पर इजरायल के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया गया।
  • वीडियो हमास से जुड़े टेलीग्राम चैनल पर साझा किया गया।
  • गाजा में युद्धविराम लागू है, लेकिन झड़पें जारी हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस कृत्य की निंदा की है।

गाजा में युद्धविराम के बावजूद हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। एक चौंकाने वाले वीडियो में हमास के सशस्त्र आतंकवादियों को 8 फिलिस्तीनी नागरिकों को सड़क पर गोली मारते हुए देखा गया है। यह घटना गाजा सिटी के सबरा इलाके की बताई जा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि 8 पुरुषों को भीड़ के बीच घुटनों के बल बैठाया गया और नकाबपोश बंदूकधारियों ने नज़दीक से उन्हें गोलियों से भून दिया।

अमेरिकी चैनल ABC न्यूज ने पुष्टि की है कि यह वीडियो असली है और हाल ही में गाजा में हुए शांति समझौते के दौरान शूट किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने मारे गए लोगों पर इजरायल के साथ मिलकर जासूसी करने और हालिया संघर्ष के दौरान सहयोग करने का आरोप लगाया था।

शांति समझौते के बीच हिंसा

मंगलवार रात जारी हुआ यह वीडियो तब सामने आया जब इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम को लेकर समझौते की घोषणा हुई थी। इस समझौते के तहत गाजा में दो साल से चल रहे खूनी संघर्ष को रोकने पर सहमति बनी थी। लेकिन वीडियो ने इस “शांति की उम्मीद” को गहरा झटका दिया है।

हमास के प्रवक्ता ने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किया कि, प्रतिरोध बल गाजा शहर में सहयोगियों और कानून तोड़ने वालों को सजा दे रहा है।” यह बयान संकेत देता है कि हमास अब अपने कथित “आंतरिक दुश्मनों” के खिलाफ अभियान चला रहा है।

गाजा की सड़कों पर फिर लौटा डर

गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद भी माहौल शांत नहीं हो सका है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास सुरक्षा बलों ने सड़कों पर फिर से नियंत्रण कर लिया है और वे उन इलाकों में सक्रिय हैं, जहां से इजरायली सेना ने वापसी की है। कुछ जगहों पर हमास और अन्य सशस्त्र गुटों के बीच झड़पों की खबरें भी आई हैं।

गाजा के कई नागरिकों का कहना है कि “हमास अब लोगों पर अपना नियंत्रण दोबारा कायम करने की कोशिश कर रहा है।” वहीं, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस “सार्वजनिक फांसी” को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और चिंता

अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, अगर यह वीडियो सत्य है, तो यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है और इसे तत्काल रोका जाना चाहिए।”
संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा कि गाजा में “न्याय” के नाम पर इस तरह की हिंसा शांति प्रक्रिया को अस्थिर कर सकती है।

हमास की रणनीति पर उठे सवाल

विश्लेषकों का कहना है कि हमास इन सार्वजनिक सज़ाओं के ज़रिए गाजा में डर और अनुशासन कायम रखना चाहता है। कई विशेषज्ञों ने यह भी चेतावनी दी है कि इस तरह की कार्रवाइयां स्थानीय जनता के भीतर असंतोष और असुरक्षा को और बढ़ा सकती हैं।

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