अमेरिका में Hyundai बैटरी फैक्ट्री पर छापा, 475 मज़दूर हिरासत में

जॉर्जिया में चल रहे मेगा प्रोजेक्ट पर रोक, अधिकांश मज़दूर दक्षिण कोरिया के नागरिक; व्हाइट हाउस और सियोल में बढ़ा तनाव।

newsdaynight
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hyundai फैक्ट्री पर छापा, 475 मज़दूर गिरफ्तार (X photo)

अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में ह्युंडई मोटर और LG एनर्जी सॉल्यूशंस की बैटरी फैक्ट्री पर अमेरिकी अधिकारियों ने बड़ा छापा मारा। इस दौरान करीब 475 मज़दूरों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से अधिकांश दक्षिण कोरिया के नागरिक बताए जा रहे हैं। यह अब तक का अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग का सबसे बड़ा छापा माना जा रहा है।

मुख्य तथ्य

  • जॉर्जिया के एलेबेल स्थित ह्युंडई बैटरी फैक्ट्री साइट पर 475 मज़दूर गिरफ्तार।
  • अधिकांश मज़दूर दक्षिण कोरिया के नागरिक, वीज़ा उल्लंघन का आरोप।
  • छापे का नाम “ऑपरेशन लो वोल्टेज,” 400 से अधिक अधिकारी शामिल।
  • ह्युंडई और LG एनर्जी का $4.3 अरब का संयुक्त प्रोजेक्ट प्रभावित।
  • दक्षिण कोरियाई सरकार ने छापे पर चिंता और अफसोस जताया।

अमेरिका में प्रवासी श्रमिकों पर कार्रवाई के तहत एक और बड़ा कदम उठाया गया है। जॉर्जिया के एलेबेल में निर्माणाधीन ह्युंडई मोटर की बैटरी फैक्ट्री पर गुरुवार को अमेरिकी अधिकारियों ने छापा मारा और 475 मज़दूरों को हिरासत में लिया। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) के अनुसार, यह उनकी इतिहास की सबसे बड़ी एकल साइट पर हुई कार्रवाई है।

अधिकांश गिरफ्तार श्रमिक दक्षिण कोरिया के नागरिक बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन श्रमिकों ने या तो सीमा पार अवैध रूप से प्रवेश किया था या वीज़ा की अवधि समाप्त होने के बाद भी रुके हुए थे।

DHS के विशेष एजेंट स्टीवन श्रांक ने कहा—“यह ऐसा ऑपरेशन नहीं था जिसमें एजेंट सीधे अंदर जाकर लोगों को बसों में बैठाकर ले गए हों। यहाँ कई सबकॉन्ट्रैक्टर्स का नेटवर्क काम कर रहा था और जांच कई महीनों से चल रही थी।”

छापे का कोडनेम “ऑपरेशन लो वोल्टेज” रखा गया था। इसमें 400 से अधिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कुछ लोग भागने की कोशिश में साइट के सीवेज तालाब में कूद गए, जिन्हें बाहर निकालना पड़ा। गिरफ्तार सभी मज़दूरों को ICE (Immigration and Customs Enforcement) के फोल्क्सटन डिटेंशन सेंटर में रखा गया है।

ह्युंडई मोटर ने बयान जारी कर कहा कि हिरासत में लिए गए लोग सीधे तौर पर उनकी कंपनी के कर्मचारी नहीं थे, बल्कि सबकॉन्ट्रैक्टर से जुड़े थे। कंपनी ने अपने चीफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफिसर क्रिस सुसॉक को जॉर्जिया मेगासाइट का पूरा नियंत्रण सौंपा है और आश्वासन दिया कि “हमारी ज़ीरो टॉलरेंस नीति है, कोई भी सप्लायर या सबकॉन्ट्रैक्टर कानून तोड़ेगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

यह फैक्ट्री ह्युंडई और LG एनर्जी सॉल्यूशंस का संयुक्त $4.3 अरब का प्रोजेक्ट है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी सेल्स बनाएगा। इसका काम इस साल के अंत तक शुरू होना था। फिलहाल LGES ने बयान जारी कर कहा है कि वह जाँच में सहयोग कर रही है और निर्माण कार्य रोक दिया गया है।

छापे के बाद ह्युंडई के शेयरों में 0.7% और LGES के शेयरों में 2.3% की गिरावट दर्ज हुई।

दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने इस कार्रवाई पर चिंता जताई और कहा—“अमेरिका में हमारी कंपनियों के निवेश और हमारे नागरिकों के हितों का हनन नहीं होना चाहिए।”

वहीं, जॉर्जिया डेमोक्रेटिक पार्टी ने इसे “राजनीतिक डर फैलाने की रणनीति” बताया। जबकि गवर्नर ब्रायन केम्प ने दोहराया कि जॉर्जिया में सभी संघीय और राज्य कानूनों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

ह्युंडई का कहना है कि EV प्रोडक्शन फिलहाल प्रभावित नहीं हुआ है। कंपनी का यह निवेश जॉर्जिया के इतिहास का सबसे बड़ा आर्थिक विकास प्रोजेक्ट माना जा रहा है, जिसकी कुल राशि 12.6 अरब डॉलर है।

SOURCES:Reuters
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