लगातार भारी बारिश से सड़कें बंद, नदी-नाले उफान पर, प्रशासन अलर्ट पर
मुख्य तथ्य
- जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से कम से कम 10 लोगों की मौत, कई घायल।
- वैष्णो देवी यात्रा भूस्खलन के कारण अनिश्चितकाल के लिए रोकी गई।
- जम्मू-श्रीनगर और अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात बंद।
- 17 घर और सरकारी संपत्तियां क्षतिग्रस्त, तीन पैदल पुल बह गए।
- तवी और चिनाब नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी। लगातार तीन दिनों से जारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं। भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों के ढहने और नदियों में आई बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं।
वैष्णो देवी यात्रा पर असर
सबसे बड़ा हादसा त्रिकुटा पहाड़ियों में हुआ, जहां कटरा के पास आधारकुंवारी मार्ग पर भूस्खलन के चलते पांच लोगों की मौत और 14 घायल हो गए। सभी लोग बारिश से बचने के लिए एक लोहे की शेड में छिपे थे, लेकिन अचानक पहाड़ खिसकने से बड़ा हादसा हो गया। इसके बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हिमकोटी मार्ग के साथ-साथ पुराने पारंपरिक मार्ग पर भी यात्रा को अगले आदेश तक रोक दिया।
अन्य जिलों में तबाही
डोडा जिले में दो लोगों की मौत मकान ढहने से हुई, जबकि दो अन्य तेज बहाव वाले नाले में गिरकर बह गए। डोडा के मामत और गंड़ोह इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज किया गया है, जहां 17 मकान ढह गए और तीन पैदल पुल बाढ़ में बह गए। सरकारी संपत्ति को भी भारी क्षति पहुंची है।
सड़क और यातायात पर असर
भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, बटोटे-डोडा-किश्तवाड़ और जम्मू-पुंछ राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। कई आंतरिक सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। डोडा-भद्रवाह, ठठरी-टन्टा और धारा-जई मार्गों को भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है।
नदियों का जलस्तर खतरे से ऊपर
जम्मू शहर में तवी नदी 27 फीट पर बह रही है, जो खतरे के निशान से 10 फीट ऊपर है। वहीं अखनूर में चिनाब नदी का जलस्तर 35.6 फीट तक पहुंच गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। एनडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है।
सरकार की तैयारियां
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आपात बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को तुरंत भोजन, स्वच्छ पानी, दवाइयां और अन्य जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जाए। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और मरीजों को प्राथमिकता देने को कहा गया।
जम्मू शहर में कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है। दुकानों और घरों में पानी घुसने से आम लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। प्रशासन ने बुधवार को जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।