पंजाबी कॉमेडी स्टार जसविंदर भल्ला का निधन, इंडस्ट्री में शोक

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‘कैरी ऑन जट्टा’ में एडवोकेट ढिल्लों का किरदार निभाने वाले जसविंदर भल्ला का मोहाली में 65 वर्ष की उम्र में निधन, शनिवार को अंतिम संस्कार होगा।

मुख्य तथ्य

  • जसविंदर भल्ला का शुक्रवार तड़के मोहाली में 65 साल की उम्र में निधन।
  • लंबे समय से बीमार चल रहे थे, अस्पताल में भर्ती थे।
  • ‘कैरी ऑन जट्टा’ में एडवोकेट ढिल्लों के किरदार से घर-घर लोकप्रिय।
  • टीवी, फिल्म और चंकता सीरीज़ से 90 के दशक से सक्रिय रहे।
  • पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में 2020 तक प्रोफेसर रहे।


पंजाबी मनोरंजन जगत के दिग्गज और लोकप्रिय कॉमेडी अभिनेता जसविंदर भल्ला का शुक्रवार तड़के मोहाली में निधन हो गया। 65 वर्षीय भल्ला पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और अस्पताल में भर्ती थे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को मोहाली के पास होगा। उनके निधन की खबर से पूरी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर है।

कैरी ऑन जट्टा’ से मिली नई पहचान

जसविंदर भल्ला को सबसे ज्यादा लोकप्रियता कैरी ऑन जट्टा’ फिल्म सीरीज़ में एडवोकेट ढिल्लों की भूमिका से मिली। उनकी कॉमिक टाइमिंग और अनोखा अंदाज दर्शकों को खूब भाता था। इसके अलावा उन्होंने जट्ट एंड जूलियट’, ‘शिंदा शिंदा नो पापा’ जैसी फिल्मों में भी अहम भूमिकाएँ निभाईं।

90 के दशक से कॉमेडी की दुनिया के सितारे

भल्ला ने 1990 के दशक में पंजाबी कॉमेडी को नई पहचान दिलाई। उनका मशहूर चाचा छत्रा’ वाला किरदार चंकता सीरीज़ के जरिए घर-घर पहुँचा। उस दौर में होम वीडियो कैसेट्स के ज़रिए इस सीरीज़ ने पंजाब में धूम मचाई थी।

उनका सफर यहीं नहीं रुका। जस्पाल भट्टी की फिल्मों माहौल ठीक है’ और ‘जीजा जी’ में भी उन्होंने अपनी कॉमिक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इन फिल्मों में वे पंजाब के दिग्गज हास्य कलाकारों के साथ नज़र आए।

सामाजिक मुद्दों को पेश करने का अनोखा अंदाज

भल्ला सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दों को व्यंग्य और हास्य के जरिए पेश करने के लिए भी जाने जाते थे। उनके संवाद अक्सर दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देते थे। उनका मानना था कि कॉमेडी महज हंसी-मज़ाक नहीं बल्कि समाज को आईना दिखाने का माध्यम है।

प्रोफेसर से अभिनेता तक का सफर

1960 में जन्मे जसविंदर भल्ला सिर्फ अभिनेता ही नहीं, बल्कि शिक्षा जगत से भी जुड़े रहे। वे पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (PAU) में एक्सटेंशन एजुकेशन विभाग के प्रोफेसर थे और 2020 तक सेवाएं देते रहे। उनके परिवार में पत्नी और बेटा हैं, जो खुद भी अभिनेता हैं।

इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान

उनके निधन से पंजाबी फिल्म और कॉमेडी इंडस्ट्री को अपूरणीय क्षति हुई है। भल्ला ने जिस दौर में कॉमेडी को नई ऊंचाइयाँ दीं, उसी दौर ने पंजाबी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। उनके चाहने वालों का मानना है कि उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

 

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