दुनिया के पांचवें सबसे अमीर व्यक्ति और अमेज़न के संस्थापक Jeff Bezos ने युवाओं को एक अनमोल सलाह दी है — “जल्दबाज़ी में कंपनी शुरू न करें।” इटालियन टेक वीक के दौरान बेजोस ने कहा कि सफल उद्यमी बनने से पहले युवाओं को किसी बेहतरीन कंपनी में काम कर बुनियादी व्यावसायिक कौशल सीखना चाहिए।
मुख्य तथ्य
- Jeff Bezos ने कहा — “कंपनी शुरू करने से पहले अनुभव हासिल करें।”
- बेजोस ने 30 साल की उम्र में Amazon की स्थापना की थी।
- उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की, जबकि बिल गेट्स और मार्क जुकरबर्ग ड्रॉपआउट थे।
- बेजोस का कहना है — “10 साल का अतिरिक्त अनुभव अमेज़न की सफलता में मददगार साबित हुआ।”
- अमेज़न आज $2.33 ट्रिलियन मार्केट कैप वाली कंपनी है।
अमेज़न के संस्थापक और अरबपति Jeff Bezos ने जनरेशन Z के युवाओं को सलाह दी है कि वे बिना अनुभव के उद्यमिता की राह पर न दौड़ें। बेजोस के मुताबिक, “18 या 20 साल की उम्र में कॉलेज छोड़कर स्टार्टअप शुरू करना संभव है, लेकिन ऐसे लोग अपवाद होते हैं — जैसे मार्क जुकरबर्ग और बिल गेट्स।”
इटालियन टेक वीक में बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैं हमेशा युवाओं को सलाह देता हूं कि पहले किसी ‘बेस्ट प्रैक्टिस कंपनी’ में काम करें, जहां आप बुनियादी चीजें सीख सकें — जैसे सही तरीके से हायरिंग करना, इंटरव्यू लेना और टीम चलाना। जब आप ये सब सीख लेते हैं, तब भी आपके पास कंपनी शुरू करने के लिए बहुत समय होता है।”
Jeff Bezos ने अमेज़न की शुरुआत 1994 में 30 साल की उम्र में की थी, जब उनके पास करीब एक दशक का कार्यानुभव था। उन्होंने बताया कि “अगर मैंने बिना अनुभव के स्टार्टअप शुरू किया होता, तो शायद अमेज़न आज इतनी बड़ी कंपनी न बन पाती।” उनके अनुसार, यह अतिरिक्त अनुभव “अमेज़न की सफलता के अवसरों को कई गुना बढ़ा गया।”
बेजोस ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की थी और 1986 में summa cum laude (उच्चतम सम्मान) के साथ ग्रेजुएट हुए। वहीं, गेट्स और जुकरबर्ग दोनों ने Harvard University छोड़कर क्रमशः माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक की शुरुआत की थी।
आज अमेज़न की मार्केट कैप $2.33 ट्रिलियन है, जबकि बेजोस की कुल संपत्ति $234 बिलियन के करीब है। दिलचस्प बात यह है कि बेजोस अब भी शिक्षा के महत्व पर जोर देते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कॉलेज पूरा किया, मुझे वह अनुभव पसंद आया और यह मेरे करियर के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ।”
वहीं दूसरी ओर, युवाओं के बीच डिग्री के महत्व को लेकर बहस जारी है। बढ़ती फीस और घटती नौकरियों के बीच कई युवा कॉलेज शिक्षा की वास्तविक वैल्यू पर सवाल उठा रहे हैं। फोर्ड के सीईओ जिम फार्ले और व्यावसायिक विशेषज्ञ माइक रोवे ने भी कहा है कि “कॉलेज की पढ़ाई आज की तारीख में सबसे महंगा निवेश बन चुकी है।”


