रेप और हत्या मामले में प्रदर्शन, ममता सरकार पर सवाल
प्रमुख तथ्य
- मामला: RG कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय डॉक्टर की रेप और हत्या, 9 अगस्त 2025 को।
- प्रदर्शन: कोलकाता में हजारों लोग सड़कों पर, ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग।
- सीबीआई जांच: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने जांच शुरू की, संदिग्धों से पूछताछ।
- राजनीतिक तनाव: BJP और TMC के बीच आरोप-प्रत्यारोप, जांच की निष्पक्षता पर सवाल।
- सामाजिक प्रभाव: #JusticeForRGKar ट्रेंड, महिला सुरक्षा पर बहस छिड़ी।
कोलकाता की सड़कों पर गुस्सा उबाल मार रहा है। RG कर मेडिकल कॉलेज में एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर की बर्बर रेप और हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 19 अगस्त 2025 को हजारों लोग कोलकाता में सड़कों पर उतरे, न्याय की मांग करते हुए। क्या यह मामला पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के लिए संकट बन गया है? आइए जानते हैं इस हृदयविदारक घटना की पूरी कहानी।
क्या हुआ RG कर मेडिकल कॉलेज में?
9 अगस्त 2025 को, कोलकाता के प्रतिष्ठित RG कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की लाश मिली। पोस्टमॉर्टम में रेप और हत्या की पुष्टि हुई, जिसके बाद शहर में आक्रोश फैल गया। पुलिस ने शुरुआती जांच में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया, लेकिन स्थानीय लोगों और डॉक्टरों ने जांच की पारदर्शिता पर सवाल उठाए। सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई ने 19 अगस्त तक कई संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया।
जनता का गुस्सा, ममता पर सवाल
कोलकाता में मेडिकल छात्रों, डॉक्टरों और आम नागरिकों ने विशाल प्रदर्शन किए। नारों में “न्याय चाहिए” और “ममता इस्तीफा दो” की गूंज सुनाई दी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि राज्य सरकार ने शुरुआती जांच में लापरवाही बरती। BJP ने इसे “TMC की विफलता” करार दिया, जबकि ममता बनर्जी ने कहा, “हम दोषियों को बख्शेंगे नहीं।” एक्स पर #JusticeForRGKar ट्रेंड कर रहा है, जहां एक यूजर ने लिखा, “महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब जागना होगा!”
महिला सुरक्षा पर बहस
यह मामला केवल एक अपराध तक सीमित नहीं है। इसने देशभर में महिला सुरक्षा और कार्यस्थल पर डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा प्रणाली की मांग की है। हमारी पिछली रिपोर्ट में डॉक्टरों की सुरक्षा पर चर्चा देखें। विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर करती है।
आगे क्या?
सीबीआई ने वादा किया है कि जांच में तेजी लाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने 22 अगस्त तक प्रगति रिपोर्ट मांगी है। इस बीच, कोलकाता में प्रदर्शन जारी हैं, और ममता सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। क्या यह मामला भारतीय राजनीति और समाज में बदलाव लाएगा? पश्चिम बंगाल की राजनीति पर हमारे विश्लेषण में और पढ़ें।