मुख्य तथ्य
- मैथ्यू ब्रेट्जके ने लगातार 5 पारियों में 50+ स्कोर बनाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
- इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के नवजोत सिंह सिद्धू के नाम था (1987 विश्व कप, 4 लगातार 50+)।
- ब्रेट्जके ने अब तक 463 रन बनाए हैं, जो वनडे करियर की शुरुआती 5 पारियों में सबसे ज्यादा है।
- इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 87 रन की पारी खेली और टीम के लिए मैच बचाया।
- अगले मैच में सिर्फ 21 रन बनाकर वे जानमन मलान का 6 पारियों में सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के युवा बल्लेबाज मैथ्यू ब्रेट्जके ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा वनडे खेलते हुए ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मुकाबले में ब्रेट्जके ने 87 रनों की लाजवाब पारी खेली। इसी के साथ उन्होंने भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का 38 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया।
ब्रेट्जके ने अपने वनडे करियर की शुरुआती पांचों पारियों में अर्धशतक या उससे ज्यादा का स्कोर बनाया है। इस तरह वे दुनिया के पहले ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने लगातार पांच पारियों में यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले 1987 विश्व कप में भारत के नवजोत सिंह सिद्धू ने लगातार चार पारियों में 50+ रन बनाए थे और यह रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज था।
खास बात यह है कि ब्रेट्जके ने न सिर्फ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया बल्कि रन बनाने के मामले में भी सबको पीछे छोड़ दिया है। अब तक उन्होंने केवल 5 वनडे पारियों में 463 रन बना लिए हैं। यह आंकड़ा वनडे इतिहास में किसी भी बल्लेबाज के शुरुआती पांच मैचों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले नीदरलैंड्स के टॉम कूपर (374 रन) और इंग्लैंड के एलन लैम्ब (328 रन) इस सूची में थे।
ब्रेट्जके ने अपनी पहली ही वनडे पारी में न्यूजीलैंड के खिलाफ लाहौर में 150 रन बनाए थे। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 83 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने 57 और 88 रन बनाए, और अब इंग्लैंड के खिलाफ 87 रन जोड़कर उन्होंने लगातार पांच अर्धशतक का रिकॉर्ड बना दिया।
अगर अगले मैच में वे सिर्फ 21 रन बना लेते हैं, तो अपने ही हमवतन जानमन मलान का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे, जिन्होंने वनडे करियर की शुरुआती छह पारियों में 483 रन बनाए थे।
ब्रेट्जके की यह सफलता दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। हाल के वर्षों में टीम ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन इस युवा बल्लेबाज ने अपने प्रदर्शन से उम्मीद की नई किरण जगा दी है। इंग्लैंड के खिलाफ उनकी यह पारी टीम को जीत की राह पर ले जाने में भी अहम साबित हुई।
स्पष्ट है कि मैथ्यू ब्रेट्जके का वनडे करियर शानदार शुरुआत के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है। अब क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस बात पर होंगी कि क्या वे अपनी लय को बरकरार रख पाते हैं और नए-नए रिकॉर्ड अपने नाम करते हैं।