Meta ने अपने Connect 2025 इवेंट में तीन नए स्मार्ट ग्लासेस लॉन्च किए। हालांकि, मार्क ज़ुकरबर्ग का लाइव डेमो बार-बार फेल हुआ, जिससे उन्हें Wi-Fi खराबी का बहाना बनाना पड़ा। बावजूद इसके, Ray-Ban Display जैसे नए मॉडल को लेकर शुरुआती रिव्यू पॉजिटिव रहे हैं।
मुख्य तथ्य
- Meta ने पेश किए तीन नए स्मार्ट ग्लासेस – Ray-Ban Display, Ray-Ban Meta Gen 2 और Oakley Meta Vanguard।
- कीमतें $379 से $799 तक, Ray-Ban Display में पहली बार इन-बिल्ट ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले।
- Ray-Ban Display कंट्रोल के लिए इस्तेमाल करता है नया Neural Wristband।
- लाइव डेमो में वीडियो कॉल कनेक्ट और कुकिंग सेशन बार-बार फेल हुए।
- शुरुआती रिव्यू में Display मॉडल को “फ्यूचर जैसा” बताया गया।
Meta Connect 2025 में कंपनी ने अपने बहुप्रतीक्षित स्मार्ट ग्लासेस की नई लाइनअप लॉन्च की। इनमें Ray-Ban Display ($799), Ray-Ban Meta Gen 2 ($379) और Oakley Meta Vanguard ($499) शामिल हैं। इनमें से सबसे हाईलाइटेड मॉडल Ray-Ban Display है, जो एक इन-बिल्ट ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले के साथ आता है और Neural Wristband से कंट्रोल होता है।
Ray-Ban Display यूजर्स को लेंस पर glanceable जानकारी दिखाता है और subtle gestures से कंट्रोल की सुविधा देता है। वहीं, Gen 2 मॉडल में 12MP कैमरा, 3K वीडियो रिकॉर्डिंग और लंबी बैटरी लाइफ है। Oakley Vanguard खासकर स्पोर्ट्स यूजर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें IP67 ड्यूरेबिलिटी, फाइव-माइक ऐरे और फिटनेस इंटिग्रेशन मौजूद हैं।
हालांकि, लॉन्च इवेंट का सबसे बड़ा आकर्षण बन गया ज़ुकरबर्ग का डेमो फेल होना। पहले कुकिंग सेशन में AI बार-बार गलत स्टेप्स सुझाता रहा, जिसके बाद ज़ुकरबर्ग ने Wi-Fi खराबी का हवाला दिया। बाद में Neural Wristband और Ray-Ban Meta का इस्तेमाल कर वे लाइव वीडियो कॉल रिसीव करने में नाकाम रहे। लगातार कोशिशों के बाद भी कॉल नहीं उठी और उन्हें हार माननी पड़ी।
ज़ुकरबर्ग ने मंच पर हंसते हुए कहा– “सालों तक टेक्नोलॉजी बनाते हो और लॉन्च के दिन Wi-Fi ही धोखा दे देता है।” दर्शक इस पर मुस्कराए, लेकिन इवेंट की हाइलाइट्स में यह असफल डेमो ही चर्चा का विषय रहा।
इसके बावजूद शुरुआती टेक रिव्यू ने Ray-Ban Display को सराहा है। The Verge ने इसे अब तक का सबसे अच्छा स्मार्ट ग्लासेस बताया, जबकि अन्य ने इसे “भविष्य जैसा अनुभव” कहा। Meta का मानना है कि Neural Wristband आधारित कंट्रोल भविष्य में उनकी आने वाली Hypernova और Orion AR प्रोजेक्ट्स की नींव है।


