मुख्य तथ्य
- स्टार्क ने T20I करियर में 65 मैचों में 79 विकेट लिए।
- उनका स्ट्राइक रेट 18.46 रहा, यानी हर 3 ओवर में एक विकेट।
- 2021 में ऑस्ट्रेलिया को T20 वर्ल्ड कप जिताने में निभाई अहम भूमिका।
- बेस्ट बॉलिंग फिगर: 4/20।
- ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले T20I गेंदबाज़।
35 वर्षीय मिचेल स्टार्क ने अपने शानदार T20I करियर पर विराम लगाने का फैसला किया है। उन्होंने साफ़ किया कि आगे उनका ध्यान टेस्ट और वनडे क्रिकेट पर रहेगा। यह फैसला उन्होंने इसलिए भी लिया ताकि ऑस्ट्रेलिया की T20 टीम को वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
स्टार्क की T20I यात्रा भले ही बाकी फॉर्मेट्स से देर से शुरू हुई, लेकिन उन्होंने यहां भी अपनी काबिलियत साबित की। उनकी घातक लेफ्ट-आर्म एंगल वाली गेंदें और नई गेंद से स्विंग कराने की क्षमता बल्लेबाज़ों के लिए हमेशा सिरदर्द रही। पुराने गेंद से उनकी अनुशासित गेंदबाज़ी ने भी उन्हें खास बनाया।
आंकड़े बताते हैं कि स्टार्क का करियर कितना दमदार रहा। उन्होंने 65 मैचों में 79 विकेट लिए, औसत 23.81 का रहा और इकॉनमी 7.74 रही। T20 फॉर्मेट में जहां बल्लेबाज़ी का बोलबाला होता है, वहां इस तरह का प्रदर्शन किसी भी गेंदबाज़ के लिए बड़ी उपलब्धि है।
उनका 18.46 का स्ट्राइक रेट यह दिखाता है कि वे लगभग हर तीन ओवर में विकेट निकालते थे। यही वजह थी कि कप्तानों ने उन पर हमेशा भरोसा किया—चाहे नई गेंद से शुरुआती ओवर हों या फिर मैच के आखिरी पलों का दबाव।
स्टार्क ने 2021 T20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई थी। फाइनल में न्यूज़ीलैंड पर मिली जीत में उनकी गेंदबाज़ी अहम रही। यही प्रदर्शन उन्हें T20 क्रिकेट का “गुप्त हथियार” बनाता है।
हालांकि उनका आखिरी T20I मुकाबला भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप में हार के साथ समाप्त हुआ, लेकिन उनके करियर की यादगार स्पेल्स और दबाव में विकेट निकालने की आदत उन्हें हमेशा चर्चा में रखेगी।
मिचेल स्टार्क अब भी ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के इतिहास में सबसे घातक गेंदबाज़ों में गिने जाते रहेंगे।