संसद में फिर सुरक्षा चूक, पेड़ के सहारे कूदा युवक

newsdaynight
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सुबह साढ़े पांच बजे की घटना, आरोपी यूपी का रहने वाला और गुजरात में करता था काम; जांच में जुटी एजेंसियां।


मुख्य तथ्य

  • सुबह 5:50 बजे युवक संसद परिसर की दीवार फांदकर अंदर घुसा।
  • आरोपी 20 साल का, यूपी का निवासी और गुजरात में काम करता था।
  • सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत पकड़ा, आईबी और स्पेशल सेल करेगी पूछताछ।
  • युवक काले टी-शर्ट और खाकी पैंट में था, उसके पास कोई सामान नहीं मिला।
  • दिसंबर 2023 में भी संसद में बड़ा सुरक्षा उल्लंघन हुआ था।


भारत की संसद में एक बार फिर सुरक्षा चूक सामने आई है। गुरुवार तड़के लगभग सुबह 5:50 बजे एक युवक ने रेल भवन की ओर से पेड़ पर चढ़कर संसद परिसर की दीवार फांदी और अंदर कूद गया। हालांकि, मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

आरोपी की पहचान

पुलिस के मुताबिक, आरोपी की उम्र 20 साल है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, जबकि गुजरात में एक दुकान पर काम करता है। घटना के समय वह काले रंग की टी-शर्ट और खाकी पैंट पहने हुए था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी न तो हथियार से लैस था और न ही उसके पास कोई संदिग्ध सामान मिला। प्राथमिक जांच में वह मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत हो रहा है।

जांच एजेंसियों की पूछताछ

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि युवक को अब इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम द्वारा पूछताछ के लिए रखा जाएगा। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि युवक संसद में घुसने की कोशिश क्यों कर रहा था।

दिसंबर 2023 की घटना की याद

यह घटना उस समय की याद दिलाती है जब दिसंबर 2023 में संसद में बड़ा सुरक्षा उल्लंघन हुआ था। उस दौरान दो युवक लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से कूदकर सदन के भीतर पहुंचे थे और पीले धुएं वाले कैनिस्टर छोड़ दिए थे। हालांकि, किसी सांसद को चोट नहीं आई थी। उसी मामले में दो और लोगों को संसद भवन के बाहर से पकड़ा गया था।

सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव

दिसंबर की घटना के बाद लोकसभा सचिवालय ने दिल्ली पुलिस से 150 सुरक्षा कर्मियों (जिनमें 54 महिलाएं भी शामिल थीं) को हटाने को कहा था। उनकी जगह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को तैनात किया गया था। केंद्र सरकार ने संसद परिसर की सुरक्षा का विस्तृत सर्वे भी CISF से कराने के निर्देश दिए थे।

निष्कर्ष

लगातार सुरक्षा चूक के बाद यह सवाल और बड़ा हो गया है कि आखिर संसद जैसी महत्वपूर्ण संस्था की सुरक्षा व्यवस्था में खामियां क्यों बार-बार उजागर हो रही हैं। ताजा घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और तैनाती पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

 

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