रूस-यूक्रेन युद्ध अब नाटो सदस्य देशों तक पहुँचने लगा है। बुधवार को पोलैंड ने पहली बार अपनी वायुसीमा में घुसे रूसी ड्रोन पर कार्रवाई की और उन्हें मार गिराया। इस घटना ने यूरोप में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्य तथ्य
- पोलैंड की वायुसीमा में रूसी ड्रोन की एंट्री, कई को मार गिराया गया।
- सेना ने घटना को “आक्रामकता का कृत्य” बताया।
- पीएम डोनाल्ड टस्क ने आपात सुरक्षा बैठक बुलाई।
- अमेरिका के नेताओं ने इसे “नाटो की परीक्षा” और “युद्ध की कार्रवाई” कहा।
- वारसॉ सहित चार एयरपोर्ट बंद, जिनमें हथियार सप्लाई हब रेज़ज़ोव भी शामिल।
रूस-यूक्रेन युद्ध का दायरा अब खतरनाक मोड़ पर पहुँच चुका है। बुधवार को पोलैंड की सेना ने पुष्टि की कि रूसी ड्रोन ने उनकी वायुसीमा का उल्लंघन किया, जिसके बाद नाटो और पोलिश एयर डिफेंस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई ड्रोन को मार गिराया। यह पहली बार है जब युद्ध शुरू होने के बाद पोलैंड ने अपनी वायुसीमा की रक्षा के लिए सीधे हथियारों का इस्तेमाल किया है।
पोलैंड की ऑपरेशनल कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी करते हुए कहा, “कुछ ड्रोन हमारे हवाई क्षेत्र में घुस आए थे, जिन्हें नष्ट कर दिया गया। अब उनके मलबे की तलाश जारी है।”
बयान में यह भी कहा गया कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वायु सेना और ग्राउंड-बेस्ड एयर डिफेंस सिस्टम को उच्चतम स्तर पर सक्रिय कर दिया गया है। पोलैंड के तीन क्षेत्र—पोडलास्की, माजोवीएस्की और ल्यूब्लिन—को सबसे ज्यादा जोखिम वाला बताया गया और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई।
आपात बैठक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सुबह आपात सुरक्षा बैठक बुलाई। साथ ही, मंत्रिपरिषद की विशेष बैठक भी तय की गई। पोलिश रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनियाक-कामिश ने पुष्टि की कि “हमारे विमानों ने शत्रुतापूर्ण वस्तुओं पर हथियारों का इस्तेमाल किया है और हम नाटो कमांड से लगातार संपर्क में हैं।”
अमेरिका में भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया आई। डेमोक्रेटिक सीनेटर डिक डर्बिन ने कहा कि यह “पुतिन की ओर से नाटो की परीक्षा” है। वहीं रिपब्लिकन जो विल्सन ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” बताया और तत्काल सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की। उनका कहना था कि “पुतिन अब सिर्फ यूक्रेन में हार से संतुष्ट नहीं, बल्कि नाटो की भूमि पर भी हमला कर रहे हैं।”
हवाईअड्डे बंद और बढ़ी सतर्कता
इस हमले के बाद पोलैंड ने चार एयरपोर्ट बंद कर दिए, जिनमें राजधानी वारसॉ का चोपिन एयरपोर्ट और यूक्रेन की सप्लाई लाइनों के लिए अहम रेज़ज़ोव-जासिओंका एयरपोर्ट शामिल हैं। यह एयरपोर्ट पश्चिमी सहयोगियों से यूक्रेन तक हथियार पहुंचाने का मुख्य हब माना जाता है।
गौरतलब है कि 2022 में एक यूक्रेनी मिसाइल गलती से पोलैंड के गांव में गिरी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी। तब से पोलैंड लगातार हाई अलर्ट पर है, लेकिन यह पहला मौका है जब उसने घुसे हुए ऑब्जेक्ट्स को सीधे नष्ट किया है।
यूक्रेन की वायु सेना ने भी चेतावनी दी कि रूसी ड्रोन पोलैंड के शहर ज़ामोश्च तक खतरा पैदा कर सकते हैं, हालांकि बाद में उन्होंने वह बयान हटा दिया।
यूरोप में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या यह घटनाक्रम रूस-नाटो टकराव की शुरुआत का संकेत है।