SoftBank ने बेचा Nvidia में पूरा हिस्सा, बढ़ीं AI बबल की आशंकाएं

$5.8 बिलियन की हिस्सेदारी बेचकर SoftBank अब AI इकोसिस्टम में OpenAI और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर फोकस कर रहा है

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SoftBank ने Nvidia में पूरी हिस्सेदारी बेची

AI निवेश के तेज़ी से बढ़ते दौर के बीच जापानी दिग्गज SoftBank Group ने Nvidia में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है, जिससे वैश्विक बाज़ारों में “AI बबल” यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अतिउत्साह के फटने की आशंका बढ़ गई है। कंपनी ने लगभग $5.8 बिलियन की बिक्री कर OpenAI और अन्य AI इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में पूंजी लगाने का ऐलान किया है।

मुख्य तथ्य

  • SoftBank ने 32 मिलियन Nvidia शेयर बेचे, कीमत लगभग $5.8 बिलियन (₹48,000 करोड़)।
  • CFO योशिमित्सु गोटो ने कहा — “हमने अपने मुनाफे को साकार कर नया निवेश करने की तैयारी की है।”
  • SoftBank अब OpenAI और Stargate डेटा सेंटर प्रोजेक्ट में निवेश बढ़ा रहा है।
  • Nvidia का मार्केट कैप 2024 में $5 ट्रिलियन पार कर चुका है, पर वैल्यूएशन को लेकर चिंता बढ़ी।
  • विशेषज्ञों का कहना — यह कदम दिखाता है कि AI निवेश अब चिप्स से सॉफ्टवेयर की ओर शिफ्ट हो रहा है।

दुनिया की सबसे बड़ी चिपमेकर कंपनी Nvidia में जापानी टेक दिग्गज SoftBank Group ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। इस सौदे की कीमत लगभग $5.8 बिलियन (करीब ₹48,000 करोड़) बताई जा रही है। यह कदम ऐसे समय पर आया है जब Nvidia की वैल्यूएशन ऐतिहासिक स्तर पर पहुँच चुकी है — और अब निवेशक सोचने लगे हैं कि क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का यह उछाल टिकाऊ है या “AI बबल” के फूटने की शुरुआत हो रही है।

SoftBank के अधिकारियों का कहना है कि यह बिक्री Nvidia के भविष्य को लेकर संदेह नहीं, बल्कि एक “पोर्टफोलियो री-बैलेंसिंग” रणनीति का हिस्सा है। CFO योशिमित्सु गोटो ने कहा, हमने अपने मुनाफे का फायदा उठाया है ताकि OpenAI और हमारे नए AI इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में दोबारा निवेश कर सकें।”

SoftBank के चेयरमैन मसयोशी सोन पहले ही कह चुके हैं कि कंपनी अब AI के पूरे इकोसिस्टम — यानी चिप्स से लेकर क्लाउड, डेटा सेंटर और AI सॉफ्टवेयर तक — में प्रवेश कर रही है।

AI निवेश परिदृश्य में बदलाव

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, SoftBank का यह कदम AI निवेश के नए रुझान की ओर इशारा करता है। अब निवेशक केवल हार्डवेयर और चिप्स पर नहीं, बल्कि AI सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पर दांव लगा रहे हैं।

Nvidia, जिसने अपने AI चिप्स की मांग से पिछले दो सालों में शेयर मूल्य को तीन गुना बढ़ा लिया है, अब तक “AI स्टॉक रैली” का प्रतीक रहा है। लेकिन SoftBank की एग्जिट के बाद बाजार में यह चर्चा शुरू हो गई है कि Nvidia की वैल्यूएशन अब शायद अपने चरम पर है।

Nvidia की वैल्यूएशन $5 ट्रिलियन पार कर चुकी है, और यह OpenAI, Anthropic और अन्य स्टार्टअप्स को चिप्स की सबसे बड़ी सप्लायर है। फिर भी, SoftBank जैसी बड़ी कंपनी द्वारा पूर्ण निकासी यह दिखाती है कि निवेशक अब मुनाफा बुक कर रहे हैं।

AI निवेश में नया ‘इकोसिस्टम’ बन रहा है

SoftBank अब Nvidia की जगह OpenAI में दांव लगा रहा है — वही कंपनी जिसने ChatGPT लॉन्च किया था। SoftBank के निवेश के साथ, कंपनी अब $500 बिलियन के Stargate Project पर काम कर रही है, जिसमें Microsoft, Oracle, Nvidia और OpenAI भी साझेदार हैं।

यह प्रोजेक्ट अमेरिका में एक विशाल AI डेटा सेंटर नेटवर्क बनाने का लक्ष्य रखता है। SoftBank इसे अपनी नई रणनीति का “कोर इंजन” बता रहा है।

AI बबल का डर क्यों बढ़ा?

विश्लेषकों का कहना है कि AI सेक्टर में कंपनियों की वैल्यूएशन उनकी वास्तविक कमाई से कहीं तेज़ी से बढ़ रही है। Nvidia जैसी कंपनियाँ रिकॉर्ड प्रॉफिट दिखा रही हैं, पर सवाल यह है कि क्या इतनी तेज़ रफ्तार आगे भी टिक पाएगी?

इसके अलावा, Nvidia के CEO जेंसन हुआंग ने हाल ही में कहा था कि चीन “AI रेस” में अमेरिका को पछाड़ सकता है, क्योंकि वहां ऊर्जा सस्ती है और रेगुलेशन कम हैं। इस बयान से यह भी साफ हुआ कि Nvidia खुद भी जियोपॉलिटिकल रिस्क से चिंतित है — खासकर अमेरिका-चीन टेक युद्ध के बीच।

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