मुख्य तथ्य
- डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लागू करने की समयसीमा 90 दिन बढ़ाई।
- नया टैरिफ अब 9 नवंबर से लागू होगा।
- दोनों देशों को बातचीत का अतिरिक्त समय मिलेगा।
- मौजूदा टैरिफ दरें फिलहाल अपरिवर्तित रहेंगी।
- समझौते के अन्य सभी तत्व यथावत रखे गए हैं।
विस्तृत रिपोर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लागू करने की समयसीमा एक बार फिर आगे बढ़ा दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर जानकारी दी कि उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत टैरिफ निलंबन 90 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। अब नया टैरिफ 9 नवंबर से लागू होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि समझौते के बाकी सभी पहलू पहले जैसे ही रहेंगे।
व्हाइट हाउस के अनुसार, इस फैसले से अमेरिका और चीन को व्यापार असंतुलन को दूर करने और अनुचित व्यापार प्रथाओं पर गहन बातचीत का समय मिलेगा। पहले से तय समयसीमा में टैरिफ लागू हो जाने पर अमेरिकी टैरिफ चीनी वस्तुओं पर 145% और चीनी टैरिफ अमेरिकी वस्तुओं पर 125% तक बढ़ सकते थे। यह वृद्धि फिलहाल टल गई है।
वर्तमान में अमेरिका चीन से आयातित वस्तुओं पर 30% टैरिफ लगाता है, जबकि चीन अमेरिकी उत्पादों पर 10% टैरिफ वसूलता है।
यह फैसला ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को कम करने के प्रयास जारी हैं। मई में जिनेवा में हुई बैठक में 90 दिनों के लिए टैरिफ बढ़ाने पर सहमति बनी थी। इसके बाद जुलाई के अंत में स्टॉकहोम में दोनों पक्षों ने बातचीत की, लेकिन उस वक्त कोई नया समझौता नहीं हो पाया।
ट्रंप ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अच्छे संबंध बनाए हुए हैं और बातचीत रचनात्मक दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने इसे ‘अच्छे से काम कर रहे हैं’ कहकर वर्णित किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ की समयसीमा बढ़ाना फिलहाल एक रणनीतिक कदम है, जिससे दोनों देशों को आर्थिक नुकसान से बचते हुए वार्ता जारी रखने का अवसर मिलेगा। एक वरिष्ठ व्यापार विश्लेषक के अनुसार, “यह कदम अमेरिका और चीन के लिए आर्थिक टकराव टालने का मौका है, लेकिन यह देखना होगा कि 90 दिन बाद क्या वे किसी स्थायी समाधान पर पहुंच पाते हैं।”