फिल्ममेकर विक्रम भट्ट एक बड़े विवाद में घिर गए हैं। 30 करोड़ रुपये की alleged financial fraud केस में राजस्थान और मुंबई पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उदयपुर के नामी डॉक्टर ने दावा किया था कि फिल्म प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर उनसे करोड़ों रुपये हड़पे गए।
अब पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत जांच तेज कर दी है, और विक्रम भट्ट की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
मुख्य तथ्य
- उदयपुर के डॉक्टर ने फिल्म निवेश के नाम पर 30 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया।
- डॉक्टर को वादा किया गया था—फिल्म बनने पर 200 करोड़ रुपये का मुनाफा।
- राजस्थान और मुंबई पुलिस ने संयुक्त रूप से विक्रम भट्ट को गिरफ्तार किया।
- उन पर धोखाधड़ी (420), विश्वासघात (406) और आपराधिक साजिश (120B) की धाराएँ लगीं।
- पहले विक्रम ने आरोपों को “फर्जी और मनगढ़ंत” बताया था, लेकिन पुलिस जांच में उलट तथ्य निकले
फिल्म जगत के जाने-माने निर्देशक विक्रम भट्ट एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार किसी फिल्म की वजह से नहीं, बल्कि एक बड़े financial fraud मामले से जुड़ी गिरफ्तारी के कारण। उदयपुर के प्रसिद्ध डॉक्टर अजय मुर्डिया ने आरोप लगाया था कि उन्होंने एक फिल्म प्रोजेक्ट में भारी लाभ के वादे पर करोड़ों रुपये निवेश किए, लेकिन उसके बाद उनके साथ धोखाधड़ी की गई।
कैसे शुरू हुआ 30 करोड़ का पूरा मामला?
डॉ. अजय मुर्डिया के अनुसार, विक्रम भट्ट और उनकी टीम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि एक proposed फिल्म प्रोजेक्ट में निवेश करने पर उन्हें लगभग 200 करोड़ रुपये का return मिलेगा। इस उम्मीद में डॉक्टर ने कई किश्तों में लगभग 30 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।
लेकिन निवेश मिलने के बाद, आरोप है कि विक्रम और उनकी टीम ने फोन उठाना बंद कर दिया। डॉक्टर के repeated attempts के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच: बैंक लेन-देन से खुलासा
राजस्थान पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की और बैंक ट्रांज़ैक्शन, डिजिटल कम्युनिकेशन और कथित कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े दस्तावेजों की जांच की। अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआती सबूत इतने मजबूत थे कि गिरफ्तारी की जरूरत महसूस हुई।
विक्रम भट्ट के खिलाफ IPC 420 (धोखाधड़ी), 406 (विश्वासघात) और 120B (आपराधिक साजिश) जैसी गंभीर धाराएँ लगाई गईं।
पुलिस का कहना है कि मामले में बाकी सहयोगियों की पहचान भी की जा रही है।
विक्रम भट्ट ने आरोपों को बताया था झूठा
शिकायत दर्ज होने के बाद विक्रम भट्ट ने मीडिया में बयान दिया था कि यह आरोप “फर्जी और मनगढ़ंत” हैं और उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।
लेकिन पुलिस जांच में कहानी बिल्कुल उलट निकली। डिजिटल लेन-देन और बातचीत के रिकॉर्ड से पुलिस को डॉक्टर के दावे की पुष्टि मिलती दिखाई दी।
अब गिरफ्तारी के बाद पुलिस आगे पूछताछ कर रही है कि इस alleged financial fraud में और कौन शामिल था, और क्या डॉक्टर के अलावा अन्य निवेशक भी ठगे गए।
विक्रम भट्ट: एक सफल करियर, लेकिन विवादों के साए
विक्रम भट्ट फिल्म इंडस्ट्री में किसी परिचय के मोहताज नहीं। उन्होंने ‘मदहोश’, ‘गुनहगार’, ‘बंबई का बाबू’, ‘गुलाम’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया।
हॉरर जॉनर में भी उनका योगदान बड़ा माना जाता है—‘राज’, ‘1920’, ‘हॉन्टेड’ जैसी कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता दर्ज की।
लेकिन अब उनके करियर पर यह धोखाधड़ी केस एक गंभीर दाग लगा रहा है, जो कानूनी रूप से आगे कितना बड़ा रूप लेगा, यह आने वाले दिनों में तय होगा।


