दुनिया के कई अरबपति उम्रदराज़ होने के बावजूद आज भी सक्रिय रूप से अपने व्यवसाय चला रहे हैं। 103 वर्षीय जॉर्ज जोसेफ हों या 95 वर्ष की उम्र में भी वॉरेन बफे, इनकी कार्यशैली ने साबित किया है कि उम्र केवल एक संख्या है। आने वाले दशकों में यही अरबपति नई पीढ़ी को 124 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति सौंपने वाले हैं।
मुख्य तथ्य
- दुनिया के अरबपतियों में 50 साल से कम उम्र के सिर्फ़ 10%
- अमेरिका में 90 साल से अधिक उम्र वाले 36 अरबपति
- 103 साल के जॉर्ज जोसेफ अब भी अपनी कंपनी में सक्रिय
- 2048 तक 124 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति हस्तांतरित होगी
- इसमें से $105 ट्रिलियन परिवारों को और $18 ट्रिलियन चैरिटी में जाएगा
जब हम अरबपतियों की कल्पना करते हैं तो अक्सर दिमाग में युवा टेक फाउंडर्स की तस्वीर उभरती है। एलन मस्क, मार्क ज़ुकरबर्ग और सैम ऑल्टमैन जैसी हस्तियां इसी छवि को मजबूत करती हैं। लेकिन हकीकत कुछ और है। फ़ोर्ब्स की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया के अरबपतियों में से एक बड़ी संख्या बुजुर्गों की है।
बुजुर्ग अरबपति अब भी सक्रिय
अमेरिका के जॉर्ज जोसेफ इस सूची का सबसे बड़ा उदाहरण हैं। 103 वर्षीय यह दिग्गज अरबपति न केवल अपनी बीमा कंपनी Mercury General के संस्थापक हैं बल्कि आज भी रोज़ाना दफ़्तर जाते हैं। उनकी कुल संपत्ति 2.3 अरब डॉलर आंकी गई है और वे कंपनी में लगभग 35% हिस्सेदारी रखते हैं। अगले सप्ताह वे 104 साल के होने जा रहे हैं, और फिलहाल वे अमेरिका के सबसे बुजुर्ग अरबपति हैं।
98 वर्षीय विलमा टिश और 99 वर्षीय ऐलिस श्वार्ट्ज भी अरबपति महिलाओं की इस सूची में शामिल हैं। विलमा ने अपनी संपत्ति Lowes Corporation से विरासत में पाई, जबकि ऐलिस ने अपने पति के साथ Bio-Rad Laboratories की स्थापना की थी।
वॉरेन बफे और अन्य दिग्गज
बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफे ने 95 साल की उम्र में रिटायरमेंट की घोषणा की, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि वे घर बैठकर “सोप ओपेरा” नहीं देखने वाले। उनका मानना है कि व्यवसाय के प्रति जुड़ाव ही उन्हें सक्रिय रखता है।
फ़ोर्ब्स के मुताबिक, हर पाँच में से एक अरबपति की उम्र 80 या उससे अधिक है। अमेरिका में ही 90 से अधिक उम्र के 36 अरबपति मौजूद हैं। इनमें ब्लूमबर्ग के सह-संस्थापक और पूर्व न्यूयॉर्क मेयर माइकल ब्लूमबर्ग और पूर्व विक्टोरिया सीक्रेट सीईओ लेस वेक्सनर भी शामिल हैं।
ग्रेट वेल्थ ट्रांसफर की तैयारी
इन बुजुर्ग अरबपतियों की लंबी सक्रियता का एक बड़ा असर भविष्य पर भी पड़ेगा। Cerulli की रिपोर्ट बताती है कि 2048 तक 124 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति अगली पीढ़ियों को हस्तांतरित होगी। इसमें से लगभग $105 ट्रिलियन परिवारों के पास जाएगा, जबकि करीब $18 ट्रिलियन चैरिटी को दान में दिया जाएगा।
इस संपत्ति का बड़ा हिस्सा उन बेबी बूमर पीढ़ी से आएगा, जिन्होंने प्रॉपर्टी खरीदी और तेजी से बढ़ते शेयर बाज़ार में निवेश कर अपनी संपत्ति बढ़ाई। यह ट्रांसफर इतिहास में सबसे बड़ा धन हस्तांतरण साबित हो सकता है, जिसमें आधे से ज़्यादा यानी $62 ट्रिलियन का हिस्सा अरबपतियों और अल्ट्रा-रिच वर्ग से आएगा।